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घाटमपुर में 5 वर्ष की बच्ची के साथ 50 रुपये देने का लालच देकर किया दुष्कर्म

कानपुर : घाटमपुर क्षेत्र के एक गांव में एक युवक ने 5 साल की दलित बच्ची के साथ कथित रूप से बलात्कार किया। आरोपी घटना के बाद फरार हो गया। ग्रामीण बच्ची के साथ बलात्कार की घटना को लेकर आक्रोशित हो गये, लेकिन उन्हें पुलिस ने समझा बुझा कर मामले को शांत कराया। आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की ग्रामीण मांग कर रहे हैं।

दिया 50 रुपये देने का लालच

पुलिस क्षेत्राधिकारी (घाटमपुर) रवि कुमार सिंह ने बताया कि बच्ची शौच करने के लिये बाहर गई थी, तभी 25 वर्षीय आरोपी युवक ने 50 रुपये देने के बहाने उसे एक खेत में ले गया तथा जिसके पश्चात उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किया। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि जब लड़की मदद के लिए चिल्लायी तो उसकी आवाज सुुुनन उसके भाई और पड़ोसी सहित उसके परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे और जिसके पश्चात उसे बचाया। हालांकि आरोपी युवक वहां से भागने में कामयाब रहा। पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक के विरुद्ध मामला दर्ज कर उसको गिरफ्तार करने का पुलिस प्रयास कर रही है।

बहुचर्चित सिस्टर अभया हत्याकांड में मिला 28 साल के बाद इन्साफ़, दोषियों को उम्र कैद की सजा

बहुचर्चित सिस्टर अभया हत्याकांड में फादर थॉमस कोट्टूर एवं सिस्टर सेफी को उम्रकैद की सजा

तिरुअनंतपुरम : केरल का बहुचर्चित सिस्टर अभया हत्याकांड में 28 साल बाद सीबीआई कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है, जिसमें दोषियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है. तिरुवनंपुरम सीबीआई कोर्ट ने 18 वर्षीय सिस्टर अभया की हत्या के मामले में एक कैथलिक पादरी और एक नन को उक्त मामलेे का दोषी पाया है, बहुचर्चित सिस्टर अभया हत्याकांड केेेेेेेेरल का एक रहस्यमयी काण्ड से कम नहीं था। 

फादर थॉमस कोट्टूर एवं सिस्टर सेफी को उम्रकैद की सजा

सीबीआई कोर्ट ने कैथलिक चर्च के फादर थॉमस कोट्टूर को धारा 302 के तहत उम्रकैद के साथ-साथ पांच लाख रुपये का जुर्माना भरने की सजा सुनायी गई है. वही, सबूत मिटाने के मामले में सात सालों की जेल और वहीं कॉन्वेंट में गैर-अधिकृत तरीके से घुसने के लिए उम्रकैद की सजा सुनायी गई है. साथ ही, सिस्टर सेफी को भी धारा 302 के अन्तर्गत मर्डर के लिए उम्रकैद के साथ-साथ 5 लाख रुपये जुर्माना भरने की सुनाई गई है. वहीं, सबूत मिटाने के मामले में भी सात सालों की सजा मिली है, जहां सिस्टर अभया रहती थीं. उस कॉन्वेंट का प्रभार सिस्टर सेफी संभालती थी।

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बहुचर्चित सिस्टर अभया हत्याकांड 1992 में हुआ 

21 वर्षीय सिस्टर अभया की मार्च, 1992 में कोट्टायम के एक कॉन्वेंट में प्रातः काल हत्या कर दी गई थी क्योंकि सिस्टर अभया ने थॉमस कोट्टूर, एक अन्य पादरी होज़े फूथराकयाल और सेफी के बीच अनैतिक कृत्यों को देख लिया था, सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अपराध छिपाने के लिए इन लोगों ने सिस्टर अभया की हत्या कर उनके शव को कॉन्वेंट के ही कुएं में फेंक दिया था।

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उक्त मामले को पहले बताया गया था ख़ुदकुशी 

इस घटना को पहले बताया गया खुदकुशी का मामला, वहीं अपनी जांच में पुलिस ने और क्राइम ब्रांच ने भी यही कहा था. लेकिन जांच के बाद बहुत सी चीजें साफ नहीं हो पा रही थीं, इस मामले को बहुत विरोध के बाद केस को सीबीआई को सौंप दिया गया, मजे की बात है कि सीबीआई ने कोर्ट में तीन फाइनल रिपोर्ट प्रस्तुत की, लेकिन जिसेको कोर्ट ने नकार दिया था. कई पहलुओं पर कोर्ट जांच से संतुष्ट नहीं था. वहीं कोर्ट ने सीबीआई की आखिरी रिपोर्ट देखने के बाद दोनों ही आरोपियों को हत्या का दोषी माना तथा उन्हें उम्रकैद की सजा सुना दी, साथ ही साथ इस मामले के दूसरे पादरी फूथराकयाल को पिछले साल ही बरी कर दिया गया था।

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रन मशीन विराट कोहली के बल्ले से 12 वर्ष के करियर में पहली बार इस वर्ष कोई शतक नहीं निकला

नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और रन मशीन कहे जाने वाले विराट कोहली के 12 वर्षों के शानदार करियर में लंबे अंतराल के बाद इस कैलेंडर वर्ष में किसी भी फॉरमेट में कोई शतक नहीं लगा।

ऑस्ट्रेलिया दौरे में विराट चार टेस्टों की सीरीज का पहला टेस्ट मंगलवार को खेलने के बाद स्वदेश के लिए एडिलेड से रवाना हो गए। भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान विराट को पहले दिन-रात्रि टेस्ट में एडिलेड में खेले गए ऑस्ट्रेलिया के हाथों आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच की दूसरी पारी में भारतीय टीम अपने इतिहास के न्यूनतम स्कोर 36 रन पर ढेर हो गयी थी।

भारतीय कप्तान कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शेष टेस्ट सीरीज के लिए अपने टीम साथियों का हौसला बढ़ाकर स्वदेश रवाना हो गए।

 

केन्द्र का फैसला नहीं होगा जनवरी, फरवरी माह में बोर्ड की परीक्षा का कोई आयोजन

नई दिल्ली : सीबीएसई परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा निर्णय, केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को कहा कि, “जनवरी या फरवरी माह में बोर्ड की कोई परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी. परीक्षाओं के संचालन पर निर्णय बाद में लिया जाएगा।” मंत्री ने कहा कि हमने इस वर्ष जेईई तथा नीट परीक्षा का आयोजन कराया है, COVID-19 महामारी के मध्य आयोजित यह परीक्षा सबसे बड़ी परीक्षा में से एक थी।

https://twitter.com/DrRPNishank/status/1341331715508191232?s=20

शिक्षा मंत्री ने बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों को लेकर कहा कि, “बोर्ड की परीक्षा जनवरी में नहीं करायी जा सकेगी, लेकिन ये परीक्षा कब कर पाएंगे, इस बारे में हम फरवरी के बाद विचार करेंगे. अर्थात जनवरी-फरवरी में बोर्ड की परीक्षायें स्थगित रहेंगी और उसके बाद ही इसके बारे पर विचार करेंगे.”

इतना ही नहीं मंत्री ने बोर्ड परीक्षा के मोड पर बात करते हुए कहा कि CBSE के 24 हजार से ज्यादा स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, इसलिए ऑनलाइन परीक्षाओं को कराना पाना फिलहाल संभव नहीं हैं।

 

स्ट्रेन ने मचाया हड़कंप, ब्रिटेन के साथ कई देशों ने हवाई सेवायें की बन्द, महाराष्ट्र ने लगाया नाईट कर्फ्यू

स्ट्रेन को लेकर ब्रिटेन में काफी हड़कंप मचा हुआ है

मुंबई : स्ट्रेन के कारण आज से महाराष्ट्र के सभी नगर निगमों में नाइट कर्फ्यू को लागू करने का ऐलान किया गया है। बताया जा रहा है कि यह निर्णय महाराष्ट्र सरकार ने ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन के मद्देनजर ही लिया है। रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। यह सम्पूूर्ण राज्य मेें 5 जनवरी 2021 तक लागू रहेगा।

इसके अलावा यूरोप और मध्य-पू्र्व से आने वाले यात्रियों को 14 दिनों तक इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन होना पड़ेगा, जबकि अन्य दूसरे देशों से वापस आने वाले यात्रियों को घर के अंदर ही क्वारंटाइन होना पड़ेगा। इस बार महाराष्ट्र के अंदर आपके न्यू ईयर के प्लान पर पानी फिर सकता है।

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कोरोना वायरस के इस नए रुप स्ट्रेन को लेकर ब्रिटेन में काफी हड़कंप मचा हुआ है। ब्रिटेन के साथ भारत सहित करीब एक दर्जन देशों ने हवाई सेवाएं स्थगित कर दी हैं। वही, ब्रिटेन के अलावा डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और इटली में भी नए कोरोना वायरस स्ट्रेन की पुष्टि हो चुकी है।

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रविवार को महाराष्ट्र में कोविड-19 के 3,811 नए मामले सामने आए, जिसके चलते राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 18,96,518 तक पहुंच गए, यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गयी है, वहीं विभाग ने बताया है कि इस बीमारी के कारण राज्य में 98 लोगों की जान जाने से मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 48,746 हो गई।

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नये कोरोना ‘सुपर स्प्रेडर’ को लेकर चिंतित केजरीवाल, ब्रिटेन से आने वाली उड़ान बन्द करने की केन्द्र से मांग की

नई दिल्ली : ब्रिटेन में नए प्रकार (स्ट्रेन) के सामने आने की वजह से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को केंद्र सरकार से मांग की है कि वहां से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी जाये । सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार के रुप के सामने आने पर चर्चा करने के लिए अपने संयुक्त निगरानी समूह की तत्काल बैठक बुलाई है। इसको लेकर ब्रिटेन का कहना है कि इस नए प्रकार के रुप की वजह से देश में संक्रमण के मामले बढ़े हैं।

केजरीवाल का ट्वीट में लिखा

केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि “ब्रिटेन में कोरोना वायरस में नया बदलाव आया है जो सुपर-स्प्रेडर (तेजी से फैलता) है। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर तत्काल रोक लगाई जाए।” गौरतलब है कि ब्रिटेन सरकार द्वारा वायरस के नए प्रकार के चलते “नियंत्रण से बाहर” होने की चेतावनी जारी करने के बाद तत्काल यूरोपीय संघ के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी है।

किसान एकता मोर्चा के पेज को फेसबुक ने किया ब्लॉक, फेसबुक सोशल मीडिया या सरकारी मीडिया ? ये जनता नहीं सरकार की हिमायती ?

– रवि जी. निगम

किसान एकता मोर्चा के पेज को ब्लॉक क्यों ? फेसबुक जनहित की बात करने वालों के ही क्यों करती है अकाउण्ट ब्लॉक ? भक्तों के अकाउण्ट पर लिखी गालियां भी इसे दोहा या चोपाई लगती हैं आखिर क्यों ? क्या ‘नी’ इण्डिया की हो गयी शुरुवात ? जब ‘ईस्ट’ नहीं टिक पायी तो ‘नी’ की नींव नहीं टिकने देगी आज़ाद भारत के आज़ाद की जनता…. आज भी लाला, बोस , भगत हैं जिन्दा।

नई दिल्ली : किसान एकता मोर्चा के पेज को फेसबुक ने किसानों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे फेसबुक अकाउंट को लाइव प्रसारण के बाद ब्लॉक कर दिया क्योंकि किसान सरकार के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं इस लिये इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी कंटेंट डालने पर रोक लगा दी गई है।

अयोध्या में बनने वाली मस्जिद का पहला मॉडल जारी, परिसर में फ्यूचरिस्टिक डिज़ाइन वाला अस्पताल भी होगा

– रवि जी. निगम

लखनऊ : गत वर्ष पूर्व सुप्रीम कोर्ट के विवादित बाबरी मस्जिद फैसले के बाद अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के निर्माण प्रभारी ने परियोजना का पहला मॉडल जारी किया, आगामी वर्ष की शुरुआत में परियोजना का पहला चरण आधारशिला रखे जाने से आरंभ होगा, इस परिसर में मस्जिद के साथ एक अस्पताल भी होगा।

IICF (इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन) ट्रस्ट द्वारा किये गए एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से दुनिया भर के कई समकालीन मस्जिदों के डिजाइन दिखाए गए, इस योजनाबद्ध मस्जिद की एक कंप्यूटर जनित तस्वीर के साथ सुरम्य उद्यान के पार एक विशाल कांच के गुंबद को दिखाती है, वही मस्जिद के पीछे की ओर एक फ्यूचरिस्टिक डिज़ाइन वाला अस्पताल बना हुआ प्रदर्शित है।

IICF ट्रस्ट के अनुसार “डिजाइन दुनिया भर की मस्जिदों की आधुनिक वास्तुकला की अनुकृति है.” लखनऊ स्थित IICF ट्रस्ट के कार्यालय में प्रोफेसर एसएम अख्तर द्वारा 5 एकड़ क्षेत्र फल के भूखंड पर निर्माण योजना की प्रस्तुति की गई थी।

IICF ट्रस्ट के वक्तव्य में “परिसर में अभिलेखागार और संग्रहालय को लेकर सलाहकार और क्यूरेटर प्रोफेसर पुष्पेश पंत ने भारत में हिंदू और मुस्लिम समुदायों की संयुक्त उपलब्धियों और संघर्ष को दिखाने के लिए एक अच्छे संग्रहालय की आवश्यकता का उल्लेख किया है।”

ट्रस्ट ने बताया कि “ ये अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने वाला होगा और इसके साथ ही ये बच्चों और गर्भवती महिलाओं में कुपोषण पर भी ध्यान केंद्रित करेगा जिसकी क्षेत्रीय जनता को बहुत ही आवश्यकता है, परिसर भवन में ट्रस्ट कार्यालय एवं प्रकाशन गृह भी होंगे, जो इंडो इस्लामिक सांस्कृतिक-साहित्य अध्ययन के अनुसंधान और प्रकाशन घर पर आधारित है।”

ज्ञात हो कि सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या में पांच एकड़ के “उपयुक्त” भू-भाग का आदेश देते हुए कहा था कि यह आवश्यक था क्योंकि अदालत को यह सुनिश्चित करना होगा कि एक गलत प्रतिबद्ध को बचाया जाना चाहिए, न्यायाधीशों द्वारा कहा था कि, “सहिष्णुता और आपसी सह-अस्तित्व हमारे राष्ट्र और उसके लोगों की धर्मनिरपेक्ष प्रतिबद्धता को पोषण देता है।”

कंगना के खिलाफ कोर्ट सख्त, पुलिस को दिये मानहानि के मामले की जाँच कर रिपोर्ट देने के निर्देश

मुंबई : बॉलीवुड के कई लोगों के ऊपर कंगना रनौत तीखी बयानबाजी को लेकर काफी चर्चा में है। वहीं उनमें से एक नाम गीतकार-लेखक जावेद अख्तर का भी शामिल हैं। दरअसल, कंगना रनौत के खिलाफ जावेद अख्तर ने मानहानि का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस को मुंबई की एक कोर्ट ने इसकी जांच करने के निर्देश देते हुए शनिवार को 16 जनवरी तक रिपोर्ट देने को कहा है।

कंगना रनौत के खिलाफ जावेद अख्तर ने पिछले महीने ही अंधेरी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के पास आपराधिक शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें जावेद अख्तर ने कंगना के ऊपर आरोप लगाया था कि उसने मानहानि करने वाले विवादित बयान कई टीवी इंटरव्यू में दिए थे। जावेद अख्तर ने कंगना के इन बयानों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद जूहू पुलिस को मजिस्ट्रेट कोर्ट ने शनिवार को 16 जनवरी तक मामले की जांच करने के निर्देश देते हुए रिपोर्ट जमा करने को कहा है।

कंगना द्वारा बोले गए उस पार्ट की रिकॉर्डिंग भी कोर्ट में जावेद अख्तर की तरफ से सुनाई गई जिसे उसने जावेद के बारे में बोला था। एडवोकेट निरंजन ने रिकॉर्डिंग के साथ ये भी बताया कि दुनियाभर में जावेद अख्तर की छवि को किस तरह से कंगना के इस बयान ने नुक्सान पहुंचाने की कोशिश की है।

बता दें कि कंगना रनौत ने बॉलिवुड में सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद गुटबंदी का आरोप लगाते हुए जावेद अख्तर का भी नाम लिया था। उसने कहा था कि जावेद अख्तर ने उसे पूर्व में रितिक रोशन के खिलाफ बयान नहीं देने के लिए धमकाया भी था।

योगी सरकार ने चलाया किसानों पर लोकतांत्रिक प्रदर्शन का गला घोंटने वाला कानूनी हतौड़ा, भेजे जा रहे हैं 50-50 लाख के नोटिस

नई दिल्ली : नई दिल्ली: पिछले 22 दिनों से नरेंद्र मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ प्रशासन द्वारा संभल जिले में किसान आंदोलन में भाग लेने वाले किसानों को नोाटिस भेजे जा रहे हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, मोदी सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए विवादित कृषि क़ानूनों के विरोध में किसानों को भड़काने के आरोप में उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं को इस राज्य की योगी आदित्यानाथ सरकार ने नोटिस जारी किया है। योगी की इस नोटिस पर किसान नेताओं का कहना है कि यह नोटिस लोकतांत्रिक प्रदर्शन का गला घोंटने वाला है। उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले के 6 किसान नेताओं मुख्य रूप से भारतीय किसान यूनियन (असली) के पदाधिकारियों को 50 लाख रुपये (प्रति किसान) के नोटिस भेजे गए थे। पांच लाख रुपये (प्रति किसान) का हर्जाना भरने के इसी तरह के नोटिस 6 अन्य किसानों को भी भेजे गए थे। यह नोटिस सीआरपीसी की धारा 111 के तहत 12 और 13 दिसंबर को जारी किए गए थे। स्थानीय प्रशासन का यह भी कहना है कि अभी और नए नोटिस भी जारी किए जाएंगे। योगी सरकार की ओर से एक के बाद एक मिल रहे नोटिस पर किसान नेताओं का कहना है कि वह इन नोटिसों का जवाब देने से अच्छा जेल जाना पसंद करेंगे।

वहीँ एनडीटीवी के मुताबिक, संभल के उपजिला मजिस्ट्रेट (SDM) ने छह किसानों को 50 हजार तक का मुचलका भरने के लिए नोटिस भेजे गए हैं। पहले इन किसानों को 50 लाख के नोटिस भेजे गए थे, लेकिन अब इस नोटिस को संशोधित कर दिया गया है। इस नोटिस में कहा गया है कि ‘किसान गांव-गांव जाकर किसानों को भड़का रहे हैं और अफवाह फैला रहे हैं जिससे कानून व्यवस्था खराब हो सकती है।किसान नेताओं का कहना है कि हमे रोकने के लिए यह नोटिस जारी किए जा रहे हैं, जबकि हमारा आंदोलन पूरी तरह से अहिंसक है। प्रशासन किसानों के प्रदर्शन से इतना क्यों डरा हुआ है? हमारे साथ आंतकियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है, हमे पचास लाख रुपये का नोटिस भेजा जा रहा है, जबकि सरकार जानती है कि हम ग़रीब किसानों के पास इतना पैसा नहीं है। राष्ट्रीय किसान मज़दूर संघर्ष के राजवीर सिंह का कहना है, ‘पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं लेकिन कहीं नहीं सुना होगा कि प्रशासन उन्हें धमकाने के लिए 50 लाख रुपये का मुचलका भरवा रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र समाप्त हो चुका है यहां तो राजा की सरकार है जितना चाहे वह अत्याचार करे कोई कुछ नहीं कह सकता है, यह सरासर उत्पीड़न है।

बता दें कि जिन छह किसानों को नोटिस दिया गया, उनमें भारतीय किसान यूनियन (असली), संभल के ज़िला अध्यक्ष राजपाल सिंह यादव के अलावा जयवीर सिंह, ब्रह्मचारी यादव, सतेंद्र यादव, रौदास और वीर सिंह शमिल हैं। इन्होंने मुचलका भरने से इनकार कर दिया है। यादव ने कहा, ‘हम ये मुचलके किसी भी हालत में नहीं भरेंगे, चाहे हमें जेल हो जाए, चाहे फांसी हो जाए। हमने कोई गुनाह नहीं किया है, हम अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं