Red Sea: इस्राइल और हमास के हिंसक संघर्ष में बीते ढाई महीने से अधिक समय में 22 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस्राइली सेना (IDF) गाजा पट्टी पर हमास के आतंकी ठिकानों पर लगातार हमले कर रही है। इस्राइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) की कार्रवाई के खिलाफ कई देशों ने आवाज उठाई है। इस्राइल और ईरान की तनातनी किसी से छिपी नहीं है। ताजा घटनाक्रम में लाल सागर में अशांति की एक और घटना सामने आई है। अमेरिकी नौसेना और व्यापारिक जहाज पर बागी नावों से बड़ा हमला करने का मामला सामने आया है। अमेरिकी मिलिट्री ने ईरान पर हमलावरों का समर्थन करने के आरोप लगाए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी चॉपर और जहाज को दक्षिणी लाल सागर में निशाना बनाया गया। यूएस सेंट्रल कमांड (US CENTCOM) की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि यमन की राजधानी सना के स्थानीय समय 31 दिसंबर की सुबह अमेरिकी कंटेनर शिप- MAERSK HANGZHOU पर हमला किया गया। ईरान के समर्थन वाली हूती विद्रोहियों की चार छोटी नावों पर हमले किए गए। हूती विद्रोहियों की तरफ से दागे गए गोला-बारूद अमेरिकी जहाज से केवल 20 मीटर दूर गिरे।
इससे पहले रविवार को ही लाल सागर में अमेरिका ने हूती विद्रोहियों पर हमला किया। अमेरिकी सेना ने दो एंटी शिप मिसाइलों को तबाह कर दिया है। खबरों के मुताबिक यमन में मौजूद हूती विद्रोहियों ने मिसाइलें लाल सागर में कंटेनर शिप को निशाना बनाकर दागी गईं। यह तीन दिन में दूसरा हमला है, जिसे अमेरिका ने नाकाम कर दिया है।