Site icon Manvadhikar Abhivyakti News

SpaceX: ‘वहां भेदभाव का माहौल…’, एलन मस्क की कंपनी पर स्पेसएक्स के पूर्व कर्मचारियों ने लगाया आरोप

अपने ट्वीट और बिजनेस डील को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले स्पेसएक्स और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। हालांकि, इस बार किसी बिजनेस डील को लेकर नहीं, बल्कि गंभीर आरोपों को लेकर वह चर्चा में हैं।दरअसल, स्पेसएक्स के पूर्व कर्मचारियों ने रॉकेट बनाने वाली कंपनी पर भेदभाव और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

कैलिफोर्निया के नागरिक अधिकार प्राधिकरण को दी गई शिकायत के अनुसार, स्पेसएक्स का माहौल डरावना से है, जहां यौन उत्पीड़न के बारे में चुटकुले करना आम बात है। वहीं, महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम भुगतान किया जाता है। जब कुछ कर्मचारियों ने इस बात की शिकायत दी तो उन्हें काम से निकाल दिया गया। इंजीनियरों ने कंपनी के माहौल पर सवाल उठाया है। उनका यह भी कहना है कि मस्क जो ऑनलाइन मजाक करते थे, उसे कंपनी में एक उदाहरण की तरह लिया जाता था। 

पूर्व कर्मचारियों द्वारा कई महीने पहले दायर की गई सात शिकायतों के मामले में कैलिफोर्निया के नागरिक अधिकार विभाग ने जनवरी में एयरोस्पेस कंपनी को सूचित किया।

हर दिन पढ़ना पड़ता है पोस्ट
पेज हॉलैंड-थिलेन ने अपनी शिकायत में कहा, ‘उत्पीड़न सीईओ एलन मस्क की आदत में हैं। उनके एक्स के खाते पर भी सार्वजनिक बयान दिए गए थे, जो महिलाओं, ट्रांसजेंडर और समलैंगिक लोगों के प्रति भद्दे और अपमानजनक थे।’ थिलेन ने बताया कि उन्हें हर दिन अरबपति के एक्स खाते के पोस्ट को पढ़ना पड़ता था, क्योंकि उन्हें रोजाना स्पेसएक्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी पोस्ट करनी होती थी। 

पुरुषों को दी जाती है तवज्जो
इसके अलावा, उन्होंने काम की समीक्षा के बारे में भी बताया। थिलेन ने कहा, ‘मेरे काम का श्रेय एक पुरुष सहयोगी ले रहा था, जबकि मुझे नीचा दिखाया जा रहा था। मैंने इस बारे में शिकायत भी दी थी और विनम्र होने के लिए कहा था।’

सुनवाई में देरी करने की कोशिश
एक अमेरिकी श्रम एजेंसी ने बताया कि जब कर्मचारियों ने कंपनी और मस्क के बारे में शिकायत दी तो उन्हें काम से बाहर निकाल दिया गया था। बता दें, स्पेसएक्स ने पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रीय श्रम संबंध बोर्ड के आरोप को गलत साबित करने और पांच मार्च के लिए निर्धारित मामले पर सुनवाई में देरी करने की कोशिश करने के लिए अदालत का रुख अपनाया था।

मस्क की कंपनी ने तर्क दिया कि नियामक बोर्ड की संरचना असंवैधानिक है और सुनवाई प्रक्रिया जूरी परीक्षण के लिए कंपनी के अधिकार का उल्लंघन करती है।

Exit mobile version