जिस बीजेपी राज की तारीफों के पुल बाँधेते नहीं थकते थे मोदी जी , और पानी – पी पीकर कोसते थे दूसरी पार्टियों को , अब जब बीजेपी के विधायक , मंत्री , और नेता खुद बीजेपी की लुटिया डुबनें में लगे है , बड़बोले नेता, मंत्री यहाँ तक प्रधानमंत्री जी भी जवाब न देना पड़े तो बच कर के निकल जाते हैं क्यों ? और मीडिया के माध्यम से विदेशी धरती पर से रेप पर राजनीति न हो इसकी दुहाई देते नज़र आते हैं । वहीं मीडिया हाऊस बिना ब्रेक के उसका लाईव प्रसारण करता है ! लेकिन विदेशी धरती पर रेप को लेकर कितना विरोध किया जा रहा है उसे दिखाने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाते , साथ ही दक्षिण भारत में एक महिला पत्रकार पर बीजेपी नेता द्वारा एक महिला पत्रकार की ही नहीं देश की हर नौकरी पेशा करने वाली महिलों की इज्जत को अपनी अभद्र टिप्पणी से तार तार कर दिया जाता है , लेकिन उस पर आलोचना तो दूर, दुख तक भी प्रकट करने की जुर्रत तक नहीं करता ये मीडिया हाऊस है क्या वहाँ पर पत्रकारिता करने वाली महिला पत्रकार को अपनी साथी पत्रकार पर तरस नहीं आता ? हम देश को सत्ता / दौलत के खातिर कहाँ ले जा रहे इसकी भी परवाह नहीं !
घन्य हो हमारे देश और समाज के कर्णधार ।
_ मानवाधिकार अभिव्यक्ति