मेरठ: मेरठ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने किसान महापंचायत में कृषि कानूनों के लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा| कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश कांग्रेस की इंचार्ज प्रियंका ने पीएम मोदी अहंकारी के साथ ही कायर भी कहा| उन्होंने कहा की मोदी सरकार का विवेक मर चूका है और हर अहंकारी की तरह इनका भी विनाश होना तय है
“जय जय राधे” से भाषण की शुरुआत
अपने भाषण की शुरुआत “जय जय राधे” से करते हुए प्रियंका ने कहा, “यह जो 3 कानून हैं, यह क्या आपके (किसान) भलाई के लिए बनाएं गए हैं या मोदी जी के खरबपति मित्रों के भलाई के लिए बनाएं गए हैं? आज 100 दिन पूरे हो गए हैं, लाखों किसान बॉर्डर पर बैठे हैं। अगर यह कानून आपके लिए बनाया गया है तो आप में से लाखों लोग बॉर्डर पर क्यों बैठे हैं?”
सरकार ने किया किसानों का अपमान
प्रियंका गांधी ने कहा, “आज किसान लाखों की संख्या में दिल्ली बॉर्डर पर बैठा है तो क्या इस देश के पीएम और देश की सरकार को उनका आदर नहीं करना चाहिए? क्या वो उस लायक भी नहीं कि आप उनसे मिले? भयंकर सर्दी थी, बिजली काटी गई फिर भी किसान टिके रहे फिर भी आप सोचते हैं कि आपको उनके पास नहीं जाना चाहिए।”
खरबपतियों के लिए चल रही है सरकार
कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली बॉर्डर इसलिए नहीं जा सकते क्योंकि वो किसानों का आदर नहीं कर रहे, क्योंकि उनकी सरकार किसानों के लिए नहीं चल रही है, देशवासियों के लिए नहीं चल रही है उनकी सरकार उद्योगपतियों के लिए चल रही है, बड़े-बड़े खरबपतियों के लिए के लिए चल रही है।”
किसान का हल और कांग्रेस का हाथ
किसान महापंचायत में उन्होनें कहा कि किसानों की लड़ाई मेरी लड़ाई है, जब-जब किसान संकट में होगा कांग्रेस हमेशा उसके साथ खड़ी होगी, मैं आपसे वादा करती हूं कि 100 दिन क्या 100 महीने भी लगें, मैं किसानों के साथ खड़ी रहूंगी। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि किसान के हल और कांग्रेस के हाथ का रिश्ता कभी न टूटने वाला है। भरोसे के बल पर ये रिश्ता उत्तरप्रदेश के किसानों के जीवन में समृद्धि और खुशहाली लाएगा।
मरने वाले किसानों के लिए रखा दो मिनट का मौन
किसान महापंचायत को सम्बोधन के बाद प्रियंका किसान आंदोलन के दौरान दुनिया छोड़ने वाले किसानों के लिए दो मिनट का मौन भी रखा| प्रियंका गाँधी ट्रैक्टर पर सवार होकर किसान महापंचायत पहुंची, उससे पहले रास्ते भर में जगह जगह लोगों ने उनका ज़ोरदार स्वागत किया