ऑस्ट्रेलिया के एक युवक ने मेलबर्न में एक सिख व्यक्ति की मौत के मामले में सोमवार को अदालत में अपना जुर्म कबूल कर दिया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई।
कोरी कॉमपोर्ट (24 वर्षीय) पुलिस से बचने के लिए 170 किलोमीटर की रफ्तार से अपनी जीप चला रहा था। जबकि इस इलाके में किसी भी वाहन की अधिकतम गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक ही हो सकती थी। कॉमपोर्ट नशे में था और उसकी तेज रफ्तार जीप ने एक भारतीय मूल के व्यक्ति निरवैर सिंह (44 वर्षीय) के वाहन को टक्कर मार दी थी। जिससे दो बच्चों के सिख पिता निरवैर की मौके पर ही मौत हो गई थी। उनके सिर और सीने पर चोटें आईं थीं।
एक स्थानीय समाचार वेबसाइट के मुताबिक, यह घटना पिछले साल 30 अगस्त की है। विक्टोरियन काउंटी कोर्ट को सूचित किया गया था कि एक ड्रग टेस्ट से पता चला कि युवक गामा हाइड्रॉक्सीब्यूटाइरेट (जीएचबी), मेथामफेटामाइन और केटामाइन ड्रग्स के प्रभाव में था।
कॉमपोर्ट ने गैर-इरादतन ड्राइविंग का जुर्म कबूल करते हुए अदालत में गवाही दी और माना कि उसे गाड़ी के पीछे नहीं होना चाहिए था। रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉमपोर्ट ने स्वीकार किया कि उसे अतीत में मौके दिए गए थे और वह जेल से रिहा होने के बाद अपना जीवन बदलना चाहता था और एक बेहतर व्यक्ति बनना चाहता था।
काउंटी कोर्ट के न्यायाधीश स्कॉट जॉन्स ने मामले को दिसंबर में आगे की सुनवाई के लिए स्थगित कर दिया ताकि अधिक मनोवैज्ञानिक सामग्री प्राप्त की जा सके।