लखनऊ – एक चैनल पर पूर्व डीजी (यूपी) विक्रम सिंह ने चैनल एंकर के सवालों का जवाब देते हुये साफ़-साफ कहा कि ये केश राजनीतिक दबाव के कारण विघायक को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा, साथ ही ये भी कहा कि एस एस पी के पास जाकर सरेन्डर नहीं किया जा सकता , सरेन्डर मजिस्टेड के समक्ष किया जा सकता है। ये तो एक राजनीतिक ड्रामा ही है। यदि पुलिस राजनीतिक दबाव में काम नही कर रही है तो उसे तभी 24 घण्टे के भीतर ही गिरफ्तार किया गया होता।
सायद यही कारण हो सकता है कि पूर्व डीजी के बयान को संज्ञान में ले लिया गया हो कि इससे सरकार की किरकिरी हो सकती है। इसी लिये एस एस पी आवास से घर पर न होने का हवाला दे बैरंग वापस कर दिया गया, जिस कारण सरेन्डर का ड्रामा धरा का धरा रह गया।