Site icon Manvadhikar Abhivyakti News

एक बैलेस्टिक मीज़ाइल काफी और सऊदी अरब में अमरीकी छावनी तबाह… : रूसी वेबसाइट

सैन्य मामलों की एक रूसी वेबसाइट ने सऊदी अरब के शहज़ादा सुलतान नामक अमरीकी सैन्य छावनी में युद्धक विमानों को सजाए जाने की ओर संकेत करते हुए लिखा कि केवल एक बैलेस्टिक मीज़ाइल अमरीका के एफ़-15 स्क्वाड्रन को तबाह कर सकती है।

विदेशी – रूसी वेबसाइट अविया ने जो सीधे तौर पर सैन्य मामलों में रिपोर्टें और समाचार प्रकाशित करती है, सऊदी अरब के शहज़ादा सुलतान छावनी में तैनात अमरीकी युद्धक विमानों की प्रदर्शनी की ओर संकेत करते हुए लिखा कि यह स्क्वाड्रन, मीज़ाइली और हवाई हमलों से बुरी तरह तबाह हो सकता है।

हाल ही में इस हवाई छावनी की एक सैटेलाइट तस्वीर प्रकाशित हुई है जिससे पता चलता है कि अमरीका के लगभग 20 एफ़-15 ई युद्धक विमान एक दूसरे से बहुत नज़दीक, इस एयरबेस पर खड़े हैं।

वेबसाइट अविया ने इस तस्वीर की ओर संकेत करते हुए लिखा कि शहज़ादा सुलतान एयरबेस में इस प्रकार से युद्धक विमानों को खड़ा करने की वजह से इस स्क्वाड्रन के पूरी तरह तबाह होने का ख़तरा है। इसका कारण यह है कि इससे पहले यमनियों ने बैलेस्टिक मीज़ाइलों और हमलावर ड्रोन विमानों का प्रयोग किया है, इसके अतिरिक्त इस काम के लिए केवल एक ही बैलेस्टिक मीज़ाइल की आवश्यकता है।

यह वेबसाइट लिखती है कि यदि हम इन्टरनेट पर जारी होने वाली सैटेलाइट तस्वीर के बारे में फ़ैसला करें तो हमें कहना चाहिए कि अमरीकी नौसेना ने बहुत ही मूर्खतापूर्ण फ़ैसला किया है और सारे स्क्वाड्रन को खुले आसमान के नीचे खड़ा कर दिया है। यमन, सऊदी अरब, अमरीका और ईरान के बीच झड़पों के दृष्टिगत बड़ी आसानी से शहज़ादा सुलतान एयरबेस पर हमला किया जा सकता है।

ज्ञात रहे कि अमरीकी वायु सेना ने 4 जनवरी को रिपोर्ट दी थी कि शहज़ादा सुलतान एयरबेस पर एफ़-15 विमान तैनात हैं। सैटेलाइट तस्वीर से भी पता चलता है कि 6 जनवरी तक इस एयरबेस में 12 युद्धक विमान तैनात थे और 11 जनवरी को इनकी संख्या बढ़कर 17 हो गयी।

साभार पीटी

Exit mobile version