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क्या वाशिंग्टन में पीठ में छुरा घोंपने का मुक़ाबला शुरू ?!

रिपोर्ट – सज्जाद अली नायाणी

अमरीका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार वैसे तो अपना यह पद गवां चुके हैं क्योंकि राष्ट्रपति ट्रम्प ने उन्हें बेहद अपमानजनक रूप से बर्खास्त कर दिया लेकिन यह अटकलें हैं कि यूक्रेन के राष्ट्रपति से टेलीफ़ोनी वार्ता के बाद शुरू होने वाले युक्रेनगेट मामले में ट्रम्प को बोल्टन ने ही फंसवाया है।

विदेश – पूर्व अमरीकी अधिकारी के हवाले से अमरीकी वेबसाइट नेशनल इंट्रेस्ट में टीकाकार कोर्ट मिल्ज़ ने एक लेख में लिखा है कि बोल्टन जो अब आम नागरिक बन चुके हैं क्योंकि उनका ओहदा समाप्त हो चुका है यह नहीं चाहते कि उन्हें भुला दिया जाए।

बोल्टन ने स्ट्रैटैजिक एंड इंटरनैशनल स्टडी सेंटर में इसी महीने तथा पिछले महीने गेट्सटन थिंक टैंक में जो बातें कहीं उनसे साफ़ ज़ाहिर है कि बोल्टन को ट्रम्प की राजनीति पसंद नहीं है। बोल्टन ने कहा कि अब वह अपनी बात  खुलकर कहने के लिए आज़ाद हैं।

नेशनल इंट्रेस्ट के अनुसार डेली बीस्ट ने एक रिपोर्ट में लिखा है कि ट्रम्प को इस बात पर गहरा दुख है कि यूक्रेनगेट मामले को प्रकाश में लाने में जान बोल्टन ने भूमिका निभाई है। इस मामले में कांग्रेस के सामने जिन लोगों ने हंगामा किया उनमें बोल्टन के कई क़रीबी लोग दिखाई दिए।

जो लोग बोल्टन को जानते हैं उनका कहना है कि बोल्टन के बस की बात नहीं है कि वह चालाकी से गुप्त रहस्यों का सुराग़ लगा लें क्योंकि वाशिंग्टन में ब्योरेक्रेसी से बोल्टन की कभी नहीं बनी अतः ब्योरेक्रेसी के भीतर मौजूद लोगों से किसी गुप्त बात का पता बोल्टन को चल जाए इसकी संभावना कम है लेकिन एक पूर्व अमरीकी अधिकारी का कहना है कि यह तो सही है लेकिन यह भी सही है कि बोल्टन बदला लेने वाले आदमी हैं।

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