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गुजरात चुनाव में विस्फोट करना चाहता था ISIS, दो आतंकी गिरफ्तार। ————– रोहित जैसवाल

ATS ने सूरत से ISIS से जुड़े दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। दोनों गुजरात चुनावों के दौरान अहमदाबाद के खाडिया में बम विस्फोट करने वाले थे
इस्लामिक स्टेट ऑफ ईराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) से जुड़े दो संदिग्ध आतंकवादियों को गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने सूरत से गिरफ्तार किया है। दोनों गुजरात चुनावों के दौरान अहमदाबाद के खाडिया इलाके में बम विस्फोट करने वाले थे। यह खाडिय़ा में किसी धार्मिक स्थल को निशाना बनाने वाले थे। इसके लिए इनकी ओर से यहूदियों के आराधना स्थल की रैकी करने की बात सामने आई है।
जमैका भागने की थी योजना
पकड़े गए आरोपियों में एक का नाम कासिम टिम्बरवाला जबकि दूसरे का नाम ओबेद मिर्जा है। इसमें से एक संदिग्ध कासिम टिम्बरवाला के अहमदाबाद के खाडिया में लोन वुल्फ अटैक करके जमैका भागने की योजना थी। लेकिन ये अपने नापाक मंसूबे में कामियाब हो उससे पहले ही गुजरात एटीएस की टीमों ने इसे व ओबेर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

एक वकील, दूसरा अस्पताल में!
एटीएस के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, कामिस अंकलेश्वर के एक अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के रूप में काम करता था। जबकि ओबेद मिर्जा सूरत में वकील के रूप में प्रेक्टिस कर रहा था। यह दोनों ही आईएसआईएस के भारत के मुख्य आतंकी सफी अरमार के संपर्क में थे। सफी कर्नाटक के भटकल गांव का रहने वाला है और आईएसआईएस से जुड़ गया। वह सीरिया में रहकर भारत में आईएसआईएस के लिए आतंकियों की भर्ती करने का काम कर रहा है। कुछ समय से यह दोनों अब्दुल्ला अल फैजल से संपर्क में रह रहे थे।
यहूदियों का मंदिर था निशाने पर
सूत्रों के अनुसार कासिम और ओबेद दोनों ही अहमदाबाद के खाडिया में यहूदियों के आराधनास्थल बहाई मंदिर को निशाना बनाने वाले थे। इसके लिए यह काफी समय से साजिश रच रहे थे। रैकी भी की थी। लैब टैक्नीशियन कासिम ने करीब तीन दिन पहले ही अपने हॉस्पिटल में नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। उसने अटैक करने के इरादे से ही इस्तीफा दिया था। इन दोनों ही संदिग्धों की गतिविधियों पर काफी समय से नजर रख रहीं एटीएस को जैसे ही इनकी इस हरकत का पता चला दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

कई और भी हैं संपर्क में
एटीएस सूत्रों का कहना है कि यह दोनों ही संदिग्ध आतंकी गुजरात में कई और युवाओं को भी आईएसआईएस से जुड़ऩे के लिए प्रेरित कर रहे थे। इनके कुछ लोगों को विदेश भेजने की कोशिश करने का भी आरोप है। यह दोनों ही राजकोट व भावनगर से पकड़े गए रामोडिया बंधुओं के संपर्क में थे या नहीं इसकी जांच की जा रही है।

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