रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है। इस बीच, रूस ने बड़ा एलान किया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को युद्ध विराम का वादा किया। हालांकि, उन्होंने युद्ध विराम के लिए कुछ शर्तें लागू की हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन ने कहा है कि अगर यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुलाकर कब्जे में लिए गए इलाकों को खाली कर देता है और नाटो से जुड़ने की योजना को समाप्त करता है तो रूस युद्धविराम पर विचार कर सकता है।
कीव ने मार गिराया था रूस का लड़ाकू जेट
कीव की रक्षा खुफिया एजेंसी ने बताया था कि उन्होंने रूस के अंदर नवीनतम पीढ़ी के एक रूसी लड़ाकू जेट को तबाह कर दिया है। खुफिया एजेंसी के अनुसार, उन्होंने पहली बार रूस के अंदर एक एयरबेस पर रूसी एसयू-57 लड़ाकू जेट को निशाना बनाया है। विमान अख्तुबिंस्क एयरफील्ड में खड़ा था, यह जगह यूक्रेनी और रूसी आक्रमण बलों के बीच फ्रंट लाइन से 589 किमी (366 मील) दूर था। 7 जून को, Su-57 सही सलामत खड़ा था, और आठ जून को विस्फोट से गड्ढे और आग से हुए नुकसान के कारण आग के विशिष्ट धब्बे थे। उन्होंने दोनों तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर साझा की। एक रूसी युद्ध समर्थक सैन्य ब्लॉगर ने हमले की पुष्टि की। उसका कहना है कि एसयू-57 पर हमले की रिपोर्ट सही है।
23 फरवरी 2022 की रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन का एलान किया। चंद घंटे बाद यानी 24 फरवरी की तड़के सुबह अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव और आसपास के शहरों में हवाई हमले होने लगे। रूस के इस हमले से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया। उधर यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू की।
युद्ध के शुरू होने के साथ शुरू हो गया दुनिया का दो धड़ों में बंटना। यूक्रेन का साथ देने के लिए नाटो सदस्य देश खड़े हो गए तो अमेरिका, ब्रिटेन, पोलैंड, फ्रांस समेत कई देशों ने युद्ध से बाहर रहते हुए इसको मदद पहुंचानी शुरू कर दी। दूसरी ओर चीन, दक्षिण कोरिया, ईरान जैसे देश प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूस के साथ खड़े हैं। भारत की बात करें तो इसने किसी का पक्ष नहीं लिया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि भारत सार्वजनिक रूप से इस युद्ध की समाप्ति के लिए प्रतिबद्ध है।