चीनी नियामक के ऑनलाइन गेम के लिए खर्च की सीमा निर्धारित करने का मसौदा जारी करते ही निवेशकों के बीच घबराहट पैदा हो गई। चीन की दो सबसे बड़ी गेमिंग कंपनियों के बाजार मूल्य में लगभग 80 अरब डॉलर (करीब 6.64 लाख करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ। दुनिया की सबसे बड़ी गेमिंग कंपनी टेनसेंट होल्डिंग्स के शेयरों में 16% तक, जबकि इसके निकटतम प्रतिद्वंद्वी नेटईज के शेयरों में 25% तक की गिरावट देखी गई।
निवेशकों को आंशका है की चीन के इस मसौदे से उनकी कमाई पर असर पड़ेगा। नए नियम के अनुसार गेम प्रकाशकों को अपने सर्वर को चीन के भीतर ही स्थापित करना होगा। हालांकि, नियामक ने इस नए मसौदे पर 22 जनवरी 2024 तक सार्वजनिक सुझाव और टिप्पणी करने की मांग की है।
दुनियाभर के गेमिंग शेयरों पर पड़ा असर
कठोर मसौदा नियम का असर वैश्विक स्तर पर गेमिंग शेयरों पर भी पड़ा। अमेरिकी गेमिंग स्टॉक रोब्लॉक्स, इलेक्ट्रॉनिक आर्ट्स और यूनिटी सॉफ्टवेयर शुक्रवार को 1.7% और 3.1% के बीच फिसल गए, जबकि यूरोप में फ्रांसीसी वीडियो गेम डेवलपर यूबीसॉफ्ट 3% से अधिक नीचे खिसक गए।
पहली बार खेलने वालों को दिए जाने वाले बोनस पर प्रतिबंध
ऑनलाइन गेम में हर दिन लॉग इन करने वाले या पहली बार खलने वाले या लगातार कई बार गेम पर खर्च करने वाले खिलाड़ियों को बदले में गेमिंग कंपनियां पुरस्कार देती हैं। अब नए मसौदे के अनुसार इस पर प्रतिबंध होगा। इस बारे में पूछने पर टेनसेंट गेम्स के उपाध्यक्ष विगो झांग ने कहा कि कंपनी को अपने उचित व्यवसाय मॉडल के मौलिक रूप को बदलने की आवश्यकता नहीं होगी। पिछले कुछ वर्षों में चीन वीडियो गेम पर अधिक सख्त हो गया है। 2021 में 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए सख्त खेल समय सीमा निर्धारित कर दी गई थी।