इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी पर गंभीर आरोप लगे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेलोनी प्रैंक कॉल से धोखा खा गईं और उन्होंने रूस से आई फोन कॉल पर इटली के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर चर्चा की। रशिया टुडे कि इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद इटली में विपक्षी राजनीतिक दलों ने इतालवी प्रधानमंत्री की कड़ी आलोचना की है।
खबरों के मुताबिक कुछ रूसी मसखरों (प्रैंक कॉल करने वाले pranksters) ने कथित तौर पर मेलोनी को फोन किया। इनकी पहचान रूसी हास्य कलाकारों वोवन और लेक्सस के रूप में हुई है। दोनों ने इटली के प्रधानमंत्री को फोन करने के बाद खुद को अफ्रीकी राजनेता बताया। फोन पर गच्चा खा गईं इतालवी प्रधानमंत्री ने दोनों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर चर्चा की। विपक्षी दल के राजनेताओं ने इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद इसकी आलोचना की है।
प्रैंक कॉल करने वाले ने खुद को अफ्रीकी संघ आयोग का अध्यक्ष बताया
रशिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इटली के प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस धोखाधड़ी पर बयान दिया है। प्रैंक कॉल पर राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बात करने को लेकर पीएम मेलोनी ने “खेद” व्यक्त करते हुए कहा कि “भ्रामक फोन” पर बताया गया कि फोन करने वाले अफ्रीकी संघ आयोग के अध्यक्ष मौसा फाकी हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री ने यूक्रेन और रूस युद्ध पर सवाल खड़े किए
तीन साल तक इटली के प्रधानमंत्री रहे ग्यूसेप कोंटे फाइव स्टार मूवमेंट के कारण भी चर्चित रहे हैं। 2018 से 2021 तक इटली के प्रधानमंत्री रहे कोंटे ने मेलोनी के मामले को “बड़ी गलती” करार दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ग्यूसेप कोंटे ने कहा, “वह बिना किसी समय सीमा के यूक्रेन को हथियार भेज रही है। वह सैन्य वृद्धि को आगे बढ़ा रही हैं, लेकिन वह स्पष्ट रूप से जानती हैं कि बातचीत का रास्ता निकालना जरूरी है, जो दोनों पक्षों के हितों की रक्षा करेगा।”
प्रैंक कॉल के दौरान किन मुद्दों पर हुई बातचीत
खबरों के अनुसार, प्रधानमंत्री मेलोनी ने प्रैंक कॉल के दौरान कहा कि यूक्रेन युद्ध से “बहुत थक” चुकी थीं और सभी को जल्द ही एहसास होगा कि दोनों पक्षों को स्वीकार्य समाधान की जरूरत है। रूस टुडे के अनुसार मेलोनी ने प्रैंक कॉल पर जिन अन्य विषयों पर बात की उनमें गर्मियों में रूस के खिलाफ जवाबी हमले के दौरान कीव की विफलता, यूरोपीय ऊर्जा सुरक्षा और यूरोपीय संघ में अवैध प्रवासन शामिल रहे। बता दें कि कीव रूसी हमलों के दौरान अपने अधिक क्षेत्र सुरक्षित करने में विफल रहा था।
गैरजिम्मेदाराना बर्ताव और व्यक्तिगत ब्रांडिंग का आरोप
पूर्व प्रधानमंत्री माटेओ रेन्ज़ी 2010 के दशक में प्रधानमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने मेलोनी प्रकरण को “इटली के लिए शर्मनाक” करार दिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार की प्रमुख मेलोनी ने अपनी व्यक्तिगत ब्रांडिंग की। रेन्ज़ी ने आश्चर्य जताया कि प्रैंक कॉल के दौरान बात गैरजिम्मेदारी के इस स्तर तक कैसे जा पहुंची। उन्होंने आगे कहा, “मेलोनी को मदद की जरूरत है।” उन्होंने इटली की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा, अगर उनकी टीम का स्तर यह है, तो हम (इटली) उस स्तर पर नहीं हैं जहां हमें होना चाहिए।
किस खबर के बाद सामने आई प्रैंक कॉल की घटना
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मेलोनी को किए गए प्रैंक कॉल की खबर सामने लाने में रूसी मीडिया की अहम भूमिका है। रूस की सरकार के नियंत्रण वाला मीडिया समूह- रशिया टुडे, अंतरराष्ट्रीय समाचार टेलीविजन नेटवर्क के रूप में मशहूर है। रूसी सरकार इसका वित्त पोषण करती है। रूस के बाहर के दर्शकों के लिए रशिया टुडे, पे टेलीविज़न और फ्री-टू-एयर चैनल भी संचालित करता है। साथ ही रूसी, अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच, जर्मन और अरबी भाषाओं में डिजिटल कंटेंट भी प्रदान करता है।