इस्राइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा है कि उसने हमास के कमांडो बलों में एक कमांडर को मार डाला है। इस्राइल का दावा है कि अली कादी ने पिछले हफ्ते दक्षिणी इस्राइल समुदायों पर हमलों में से एक का नेतृत्व किया था। द टाइम्स ऑफ इस्राइल की रिपोर्ट के अनुसार, आईडीएफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- ‘एक्स’ पर लिखा, “अली कादी ने 7 अक्टूबर को इजराइल में नागरिकों के अमानवीय, बर्बर नरसंहार का नेतृत्व किया। हमने उसे मार गिराया। हमास के सभी आतंकवादियों का यही हश्र होगा।”
आईडीएफ के अनुसार, शिन बेट सुरक्षा एजेंसी और सैन्य खुफिया निदेशालय के खुफिया प्रयासों के बाद एक ड्रोन हमले में तथाकथित नुखबा इकाई के कंपनी कमांडर अली कादी की मौत हो गई।
आईडीएफ ने कहा कि कादी को 2005 में इजरायली नागरिकों के अपहरण और हत्या के आरोप में इस्राइल ने गिरफ्तार किया था। 2011 की गिलाद शालित (2011 Gilad Shalit) कैदी विनिमय योजना के हिस्से के रूप में कादी को गाजा पट्टी पर रिहा किया गया था।
युद्धग्रस्त इलाकों में सैनिकों की कार्रवाई
इस्राइल में हमास के आतंकी हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में, इस्राइली सैनिकों उनके टैंकों और हथियारों को गाजा सीमा के पास तैनात किया गया है। वे हमास के खिलाफ पूरे जमीनी हमले की तैयारी कर रहे हैं। गाजा सीमा पर युद्धग्रस्त इलाकों से आ रहे विचलित करने वाले दृश्यों में टैंकों को गाजा पट्टी की ओर गोले दागते देखा जा सकता है। इसके अलावा, सैनिकों को हॉवित्जर तोपों में गोले लोड करते भी देखा जा सकता है।