कांग्रेस के लोकसभा में व्हिप मणिकम टैगोर ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद में दिए गए भाषण की आलोचना की। टैगोर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में खासतौर पर अतीत की समस्याओं पर फोकस किया। टैगोर ने यह भी कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का भाषण ‘दूरदर्शी’ था।
प्रधानमंत्री के भाषण पर मणिकम टैगोर की प्रतिक्रिया
मणिकम टैगोर ने कहा, “हम सोच रहे थे कि भारत के भविष्य के विकास और भारत को उत्पादन केंद्र बनाने के बारे में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के दूरदर्शी बयान के बाद प्रधानमंत्री उसी दिशा में बात करेंगे। लेकिन उन्होंने अतीत के बारे में ही बात की। उनकी समस्या यह है कि वह अतीत में जीते हैं और भविष्य के बारे में बोलते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष के नेता ने भविष्य के बारे में बात की और प्रधानमंत्री ने अतीत के बारे में बात की।
पीएम मोदी के दावों की सत्यता की जांच करेंगे
कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा कि पार्टी पीएम मोदी द्वारा किए गए दावों की सत्यता की जांच करेगी, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार ने पैसे बचाए हैं और विभिन्न योजनाओं से लोगों को लाभ पहुंचाया है। टैगोर ने कहा, “यह आंकड़े कहां से आते हैं, हमें नहीं पता। अगर कोई आंकड़ा है, अगर किसी एजेंसी ने विवरण दिए हैं, तो बिना आधार के अनाप-शनाप बात नहीं करनी चाहिए। हम संसद में इसकी सत्यता की जांच करेंगे।”
राहुल गांधी और अखिलेश यादव के सवालों के जवाब नहीं दिए: केसी वेणुगोपाल
वहीं, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव के तीन फरवरी के भाषणों में उठाए गए सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। वेणुगोपाल ने कहा, “प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं की ओर से उठाए गए किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। अखिलेश यादव ने बहुत अच्छा भाषण दिया, लेकिन प्रधानमंत्री ने उस पर कुछ नहीं कहा। यह वहीं पुरानी बातें हैं, जो हम कई वर्षों से सुन रहे हैं, कुछ नहीं है।”
सोनिया गांधी पर लगाए गए झूठे आरोपों पर राजीव शुक्ला की प्रतिक्रिया
कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने प्रधानमंत्री की ओर से सोनिया गांधी पर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “सोनिया गांधी पर आरोप झूठे हैं, प्रियंका गांधी ने भी इसे स्पष्ट किया। वह राष्ट्रपति का सम्मान करती हैं और उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा। झूठ फैलाया जा रहा है। अफसोस की बात है कि प्रधानमंत्री भी वही बात दोहरा रहे हैं। गांधी परिवार को अपशब्दों से संबोधित करना, क्या यह भाषण है?