उत्तर कोरिया अभी तक दक्षिण कोरिया को मिसाइल और परमाणु बम की ही धमकी देता रहा है। लेकिन अब उत्तर कोरिया गंदगी भी फैलाने लगा है। उत्तर कोरिया ने हाल ही में दक्षिणी कोरिया में कूड़ा-कचरा बांधकर 150 गुब्बारे छोड़ दिए थे। इस पर दक्षिण कोरिया भड़क गया। उसने कचरे से भरे गुब्बारे उड़ाने के मामले में सख्त रुख अपनाया है। सियोल का कहना है कि एक बार फिर से व्योंगयांग के विरोध में लाउडस्पीकर के जरिए प्रचार किया जाएगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक के बाद दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि लाउडस्पीकर लगाए जाएंगे और रविवार से प्रसारण शुरू हो जाएगा। इससे उत्तर कोरिया जरूर गुस्सा होगा और जवाबी सैन्य कार्रवाई कर सकता है।
सैकड़ों कचरे वाले गुब्बारे भेजे
दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उत्तर कोरिया ने सप्ताह के अंत में एक बार फिर से सैकड़ों कचरे वाले गुब्बारे यहां भेजे। उन्होंने कहा कि मई से लेकर अब तक तीसरी बार ऐसी हरकत की गई है। सेना ने पहले कहा था कि वह इस बात की जांच कर रही है कि गुब्बारों में उत्तर कोरियाई प्रचार सामग्री तो नहीं है। हालिया घटना उत्तर कोरिया के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उसने कहा था कि वह दक्षिण में कार्यकर्ताओं की ओर से सीमावर्ती इलाकों में लगातार पर्चे और अन्य कूड़ा-कचरा फैलाने के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा।
बता दें, 1950 के दशक में कोरियाई युद्ध के बाद से उत्तर और दक्षिण कोरिया दोनों ने अपने प्रचार अभियान में गुब्बारे का इस्तेमाल किया है।
दक्षिण कोरिया का बड़ा फैसला
इससे पहले दक्षिण कोरिया ने कहा था कि उत्तर कोरिया की इस हरकत के जवाब में वह कड़ा कदम उठाएगा। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने कहा था कि परिषद ने वर्ष 2018 के अंतर-कोरियाई समझौते को निलंबित करने का फैसला किया है। इस समझौते का उद्देश्य दोनों कोरियाई देशों के बीच आपसी विश्वास बहाल होने तक सीमावर्ती शत्रुता को कम करना था।