तुर्की में कोरोना वायरस ने अब राजनैतिक बलि लेना भी शुरू कर दिया है और इस देश के गृहमंत्री ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है जो पिछले सात साल में किसी तुर्क मंत्री का पहला इस्तीफ़ा है।
विदेश – तुर्की के गृह मंत्री सुलैमान सोयलू ने लॉकडाउन लागू करवाने में नाकामी के बाद अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। तुर्की के सभी 31 शहरों में शनिवार की सुबह से 48 घंटे के लॉकडाउन की घोषणा की गई थी लेकिन घोषणा के तुरंत बाद लोग दुकानों और बेकरियों पर सामान ख़रीदने निकल पड़े और अफ़रातफ़री जैसी स्थिति हो गई। इस स्थिति के कारण विपक्षी नेताओं ने सरकार की कड़ी आलोचना की। गृह मंत्री सुलैमान सोयलू की भी कोरोना संकट के नियंत्रण के तरीक़े के कारण आलोचना की जा रही है। अब सोयलू ने ट्वीट करके कहा है कि वे इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेते हैं और अपने पद से इस्तीफ़ा देते हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि लाॅकडाउन का फ़ैसला लोगों की सुरक्षा और संक्रमण रोकने के लिए था। इस बीच राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया है और कहा है कि सुलैमान सोयलू अपने पद पर बने रहेंगे।
उधर तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फ़ख़रुद्दीन कूजा ने बताया है कि पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के लगभग पांच हज़ार नए मामले सामने आए हैं और देश में कोविड-19 में संक्रमित होने वालों की संख्या 57 हज़ार हो गई है। तुर्की में पिछले कुछ दिनों के दौरान कोरोना बड़ी तेज़ी से फैला है और इसी की रोकथाम के लिए सरकार ने शनिवार से 2 दिन के लाॅकडाउन की घोषणा की थी। सरकार ने इसी तरह 65 से ज़्यादा और 20 साल से कम उम के लोगों के घरों से निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
(साभार पी.टी.)