‘एल्गिन मार्बल्स’ की वापसी को लेकर गहराते विवाद के बीच प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपने ग्रीक समकक्ष किरियाकोस मित्सोताकिस के साथ मंगलवार को होने वाली बैठक कथित तौर पर रद्द कर दी। मित्सोताकिस ब्रिटेन के दौरे पर हैं।
एथेंस के पार्थेनन की प्राचीन ग्रीक मूर्तियां उन विवादास्पद ऐतिहासिक वस्तुओं में से हैं, जिन्हें 19वीं शताब्दी के शुरुआत में ब्रिटिश राजनयिक लॉर्ड एल्गिन द्वारा ब्रिटेन में लाया गया था, जिससे उन्हें उनका अंग्रेजी नाम दिया गया था।
पार्थेनन की मूर्तियां अब ब्रिटिश संग्रहालय के संग्रह का हिस्सा हैं। ग्रीक लोग लंबे समय से इन मूर्तियों को एथेंस के एक्रोपोलिस संग्रहालय में रखने की मांग कर रहे हैं। यह ताजा विवाद औपनिवेशिक काल के कोहिनूर हीरे और अन्य ऐतिहासिक कलाकृतियों के लिए भारत की मांगों की याद दिलाता है।
हाल ही में, महाराष्ट्र सरकार ने विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय के साथ वाघनख (17वीं शताब्दी के धातु पंजे का जोड़ा) को तीन साल के लिए लाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। वाघनख को छत्रपति शिवाजी महाराज का माना जाता है। छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के अवसर पर इन्हें वापस लाने की तैयारी है।
बताया जा रहा है कि ब्रिटेन और ग्रीस के बीच गतिरोध तब पैदा हुआ, जब डाउनिंग स्ट्रीट ने दावा किया कि इस बात पर सहमति बनी है कि सुनक और मित्सोताकिस के बीच किसी भी द्विपक्षीय बैठक के दौरान इस मुद्दे को नहीं उठाया जाएगा। हालांकि, ग्रीस ने इस दावे को खारिज किया।
रविवार को ग्रीस के प्रधानमंत्री ने बीबीसी को बताया कि लंदन में पार्थेनन का खजाना होना ‘मोना लिसा’ पेटिंग को आधे में काटने जैसा है। माना जा रहा है कि इसके बाद विवाद शुरू हुआ। मित्सोताकिस ने सोमवार शाम संवाददाताओं से कहा कि वह सुनक के साथ अपनी बैठक अचानक रद्द होने से बहुत निराश हैं। बैठक मंगलवार दोपहर के लिए तय की गई थी।
ग्रीक प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जो लोग मजबूती से अपने पदों की शुद्धता और न्याय में भरोसा करते हैं, वे रचनात्मक तर्क-वितर्क और बहस में शामिल होने में कभी संकोच नहीं करते हैं। बाद में उनकी सरकार के प्रवक्ता ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि ब्रिटेन का रवैया प्रधानमंत्री और हमारे देश के प्रति कोई सम्मान नहीं दिखाता है।’
उन्होंने कहा कि बैठक रद्द करना ‘आम’ बात नहीं है। हालांकि, प्रवक्ता ने आगे कहा कि ग्रीस सरकार ऐसे देश के साथ इस मुद्दे को आगे नहीं बढ़ाना चाहती जिसके साथ उनके अच्छे संबंध हैं।
ग्रीक नेता को ब्रिटेन के उप प्रधान मंत्री ओलिवर डॉवडेन के साथ एक बैठक की पेशकश की गई थी, जिसे उनकी टीम ने अस्वीकार कर दिया। उन्होंने इसके बजाय वापस जाने का विकल्प चुना। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब ब्रिटिश संग्रहालय के अध्यक्ष पूर्व चांसलर जॉर्ज ओसबोर्न ने हाल ही में संकेत दिया था कि वह मूर्तियों के ऋण समझौते के तहत ग्रीस को देने को तैयार हैं।