दक्षिण-पश्चिम लंदन में हुई स्ट्रीट फाइट में 17 साल के किशोर की नृशंस हत्या कर दी गई। सड़क पर हुई लड़ाई के बाद ब्रिटिश सिख किशोर की हत्या के संदेह में गिरफ्तार चार लोगों पर हत्या के आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को चारों आरोपियों को शहर के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत के सामने पेश किया गया। पुलिस ने चारों पर हत्या के आरोप लगाए हैं।
मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने 17 वर्षीय सिमरजीत सिंह नंगपाल की हत्या मामले में पुलिस ने 21 वर्षीय अमनदीप सिंह, 27 वर्षीय मंजीत सिंह, 31 वर्षीय अजमीर सिंह और 71 साल के पोरन सिंह पर आरोप लगाए। हत्या के आरोपी सभी आरोपी ब्रिटिश सिख लंदन के साउथहॉल उपनगर में रहते हैं।
बुधवार की सुबह बुर्केट क्लोज़, हाउंस्लो में चल रही लड़ाई की रिपोर्ट मिलने पर पुलिस को बुलाया गया। लंदन एम्बुलेंस सेवा भी तत्परता से मौके पर पहुंची, लेकिन चाकू गोदकर गंभीर रूप से घायल किए गए स्थानीय निवासी नंगपाल को बचाने में सफलता नहीं मिली। उसे घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया।
मेट्रोपॉलिटन पुलिस के डिटेक्टिव इंस्पेक्टर मार्टिन थोरपे ने पहले एक बयान में कहा, “हम सिमरजीत की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को ढूंढने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार नुकसान से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है।”
इंस्पेक्टर मार्टिन थोरपे के मुताबिक हत्या के सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की पूछताछ जारी है। उन्होंने कहा, अगर किसी के पास इस वारदात से जुड़ी कोई भी जानकारी हो, पुलिस के साथ शेयर करें। उन्होंने कहा कि घटना कैसे घटी? वारदात से जुड़ी वीडियो या तस्वीर किसी फोन, डैश कैमरे या डोरबेल फुटेज में कैद हुई हो तो मेट्रोपॉलिटन पुलिस से जानकारी साझा करें।
पुलिस के विशेषज्ञ अधिकारी पीड़ित परिवार की मदद कर रहे हैं। पश्चिम लंदन में क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट सीआईडी के प्रमुख, डिटेक्टिव सुपरिंटेंडेंट फिगो फोरोज़न ने कहा, “इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं सिमरजीत के परिवार के साथ हैं। घटना निस्संदेह व्यापक चिंता का कारण बनेगी। मैं समुदाय को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अपराधियों को ढूंढने में पूरी ताकत झोंक देंगे।”
डिटेक्टिव सुपरिंटेंडेंट फिगो फोरोज़न ने कहा, आने वाले दिनों में अधिकारी अतिरिक्त गश्ती करेंगे। मामले के सभी चार संदिग्धों को घटनास्थल पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के आने से पहले लगी चोटों के कारण दो लोगों को शुरू में अस्पताल ले जाया गया था। उपचार के बाद आरोपी हिरासत में हैं।