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Saturday, July 27, 2024

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तकनीकी टीम पहुंची मालदीव सैन्य कर्मियों के भारत लौटने से पहले, विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन संभालेगी

सैन्य कर्मियों के पहले बैच के 10 मार्च तक मालदीव छोड़ने से पहले भारतीय तकनीकी कर्मियों की पहली टीम द्वीप राष्ट्र पहुंच गई है। मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। 

मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने बताया, “भारतीय नागरिकों की पहली टीम पहुंच गई है। अब वे अड्डू में हेलीकॉप्टर का संचालन संभालेंगे। अड्डू में तैनात भारतीय सैन्य कर्मी दोनों देशों की सरकारों की सहमति से 10 मार्च तक वापस भारत लौट आएंगे।” बयान में बताया गया कि बुधवार तक भारत से एक रिप्लेसमेंट हेलीकॉप्टर भी आ जाएगा, जिसके बाद नागरिक टीम इसके संचालन को संभालने के लिए प्रशिक्षण अभ्यास शुरू कर देगी।

बता दें कि दो फरवरी को दोनों देशों ने सहमति जताई थी कि भारत अपने सैन्यकर्मियों को मार्च और मई के बीच मालदीव से वापस बुला लेगा। वहीं आठ फरवरी को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने बताया कि वर्तमान कर्मियों को भारतीय तकनीकी कर्मियों द्वारा रिप्लेस किया जाएगा। वे मालदीव में दो हेलीकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान का संचालन जारी रखेंगे।

दोनों देशों के बीच हुई थी चर्चा
मालदीव ने एक बयान जारी कर दावा किया था कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि तीन विमानन प्लेटफार्मों में से एक में भारत सैन्य कर्मियों को 10 मार्च तक और अन्य को 10 मई तक बदल देगा। हालांकि, भारत ने सैनिकों को वापस लेने का कोई उल्लेख नहीं किया था। भारत की ओर से कहा गया, “बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने साझेदारी को बढ़ाने के लिए कदमों की पहचान करने की दिशा में द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित व्यापक मुद्दों पर अपनी चर्चा जारी रखी। विदेश मंत्रालय ने कहा, ”दोनों पक्ष भारतीय विमानन मंचों के निरंतर परिचालन के लिए परस्पर व्यावहारिक समाधान पर भी सहमत हुए जो मालदीव के लोगों को मानवीय और चिकित्सकीय सेवाएं मुहैया कराते हैं।

बता दें कि मालदीव में करीबन 80 भारतीय सैन्यकर्मी इन प्लेटफॉर्म का संचालन करने के लिए तैनात हैं। पिछले साल राष्ट्रपति चुनावों के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का मुख्य मुद्दा भारतीय बलों को देश से बाहर निकालना था।

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