रूस-यूक्रेन युद्ध को एक साल से अधिक समय से हो गया है। इस युद्ध को रोकने के लिए कई देशों ने रूस पर कड़ी पाबंदियां भी लगाईं, लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ है। अब क्रेमलिन ने भी इस बारे में बयान जारी किया है। क्रेमलिन ने कहा है कि हम लंबे समय से प्रतिबंधों को झेलते आए हैं। ऐसे में हमने इस व्यवस्था के लिए खुद को अनुकूलित कर लिया है। इसके साथ ही क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों पर परोक्ष रूप से हमला किया है। उन्होंने कहा कि रूसी अर्थव्यवस्था को इस तरह की किसी भी कार्रवाई का डर नहीं है।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा हमारा देश दशकों से प्रतिबंध व्यवस्था के तहत रह रहा है और हमने इस व्यवस्था के लिए खुद को पर्याप्त रूप से अनुकूलित कर लिया है। ऐसे में पांच-10 साल के प्रतिबंधों जैसी समय सीमा से हमें डर नहीं लगता है। इतना ही नहीं क्रेमलिन ने यह भी कहा कि इन प्रतिबंधों ने को उसे फायदा पहुंचाया है। इसके कारण उसकी घरेलू अर्थव्यवस्था और औद्योगिक उत्पादन को बढ़ावा मिला है।
बता दें कि 25 फरवरी, 2022 को रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया था। इसके एक दिन बाद यूरोपीय संघ ने मॉस्को को साफ चेतावनी देते हुए व्यापक प्रतिबंध लगाए थे। साथ ही कहा था कि युद्ध के गंभीर परिणाम होंगे। बता दें कि यूक्रेन में विशेष सैन्य कार्रवाई शुरू करने के बाद से यूरोपीय संघ रूस पर कुल 11 किस्तों में प्रतिबंध लगा चुका है। साथ ही यूरोपीय संघ के अधिकारियों ने सुझाव दिया है कि रूस के खिलाफ लगाए गए ये प्रतिबंध वर्षों तक जारी रह सकते हैं।