इस महीने की शुरुआत से शुरू हुई इस्राइल और हमास के बीच लड़ाई अभी भी जारी है। आतंकी संगठन हमास के हमले ने दुनिया भर में तहलका मचा दिया है। अमेरिका समेत कई देश इस हमले की निंदा की हैं। वहीं, कई वैश्विक नेता एक के बाद एक इस्राइल का दौरा कर उसे अपना समर्थन दे रहे हैं। इसी क्रम में फ्रांस के राष्ट्रपति भी तेल अवीव पहुंचे हैं। उनके साथ मुलाकात के बाद इस्राइल के पीएम नेतन्याहू ने हमास के हमले की तुलना होलोकास्ट से की। उन्होंने कहा कि ये दोनों एक तरह हैं। नेतन्याहू ने इस दौरान ऐनी फ्रैंक पर हुए जुल्मों को भी याद किया।
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि सात अक्तूबर को हमास ने इस्राइल पर हमला किया था। यह 9/11 के बाद से दुनिया का सबसे भयानक आतंकवादी हमला था, लेकिन इस्राइल के लिए यह होलोकास्ट की तरह है। उन्होंने कहा कि इस दौरान की सभी भयावहताओं को बताना बहुत मुश्किल है। हमले के समय ऐनी फ्रैंक की तरह जब यहूदी बच्चे इन राक्षसों से बचने के लिए अटारियों में छिप गए तब भी उन्हें ढूंढ लिया गया और मार डाला गया। उन्होंने आगे कहा कि हमास ने बच्चों का सिर काट दिया, उन्हें जिंदा जला दिया। हमास ने महिलाओं के साथ बलात्कार किया, उनका, बच्चों और बुजुर्गों को बंधक बना लिया। हम बर्बरता और सभ्यता के बीच युद्ध में हैं।
नेतन्याहू ने तर्क देते हुए कहा कि हमास की हरकतें न केवल यहूदियों के लिए बल्कि मध्य पूर्व, यूरोप और पूरी दुनिया के लिए भी खतरा पैदा कर रही हैं। उन्होंने गाजा को ‘आईएसआईएस का एक इलाका’ बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि हम गाजा में हमास के आतंकी ढांचे और राजनीतिक तंत्र सहित हमास को खत्म करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी प्राथमिकता हमारे बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना और फिलिस्तीनी नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचाना है।
गौरतलब है कि नेतन्याहू का यह बयान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात के बाद आया है। इससे पहले, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने इस्राइल के प्रति अपना समर्थन जताया था। उन्होंने कहा था कि आतंकवाद इस्राइल और फ्रांस का ‘साझा दुश्मन’ है। उन्होंने नेतन्याहू से कहा था हमास के खिलाफ युद्ध में आप अकेले नहीं हैं।
बाइडन ने भी कुछ ऐसा ही कहा था
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी हमास के हमले पर ऐसी ही प्रतिक्रिया दे चुके हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि मेरा मानना है कि इस्राइली सरकार देश को एकजुट करने के लिए अपनी पूरी ताकत के साथ सब कुछ कर रही है और अमेरिका भी इस्राइल की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अपनी ताकत से मदद कर रहा है। मैं मानता हूं कि यहूदी नरसंहार (होलोकॉस्ट) के बाद यह यहूदियों के लिए सबसे घातक दिन है।
अब जानते हैं होलोकॉस्ट क्या था?
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजियों ने लगभग 60 लाख यूरोपीय यहूदियों की हत्या कर दी थी। इसी नरसंहार को होलोकॉस्ट कहा जाता है। होलोकॉस्ट को समूचे यहूदी लोगों को जड़ से खत्म कर देने का सोचा-समझा और योजनाबद्ध प्रयास बताया जाता है।