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Saturday, July 27, 2024

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फेरबदल के बाद प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बुलाई पहली कैबिनेट बैठक, लिया संकल्प बड़े बदलावों का

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन को कैबिनेट से बर्खास्त करने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया। सुनक ने पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को विदेश सचिव बनाया है। उन्होंने नए मंत्रिमंडल के साथ “परिवर्तन लाने” की प्रतिज्ञा ली।

मंगलवार को कैबिनेट की साप्ताहिक बैठक में सुनक ने कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल सभी लोगों को देश के नागरिकों के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करना चाहिए। सुनक ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा, “हमारा उद्देश्य दीर्घकालिक निर्णय लेने से कम कुछ नहीं है जो हमारे देश में बेहतरी लाएगा।”

सुनक ने बड़े बदलावों का भरोसा जताते हुए कहा, उन्हें पता है कि यह मजबूत और एकजुट टीम हर किसी के लिए बदलाव लाने जा रही है। उन्होंने कहा, नए मंत्रिमंडल में पूर्व विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली को गृह सचिव की भूमिका सौंपी गई है। लंदन में 10 डाउनिंग स्ट्रीट में आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे विश्वास है कि हम देश को यह दिखा सकते हैं कि हम उन प्राथमिकताओं पर प्रगति कर रहे हैं जो मैंने वर्ष की शुरुआत में निर्धारित की थीं।”

बड़े लक्ष्यों की तरफ संकेत करते हुए भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक ने कैबिनेट सहयोगियों से कहा, “आप सभी जानते हैं कि यह हमारी महत्वाकांक्षाओं की सीमा नहीं है। हम एक बेहतर भविष्य और समाज का निर्माण करना चाहते हैं। हमारे बच्चों और पोते-पोतियों के भविष्य के लिए, और यह टीम यही करने जा रही है।” उन्होंने मंत्रिमंडल से पहले दिन से काम शुरू करने का आह्वान करते हुए कहा, “आइए काम पर लग जाएं।” 

गौरतलब है कि ब्रिटेन सरकार में बड़ी हलचल उस समय हुई जब भारतीय मूल की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त किया गया। ब्रेवरमैन और लंदन पुलिस के विवाद के बीच ब्रिटेन में 2024 में आम चुनाव की तैयारियां भी हो रही हैं। यह भी रोचक है कि जून 2016 में ब्रेक्सिट जनमत संग्रह के मद्देनजर तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने फ्रंटलाइन राजनीति छोड़ दी थी। सुनक का उन्हें विदेश मंत्री बनाना बड़ा फैसला है। तेजी से बदले घटनाक्रम के बीच कैमरन ने लंदन में अपने नए विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) में भारतीय समकक्ष, विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक भी की।

जयशंकर ने सोमवार को लंदन में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए कैमरन के साथ अपनी मुलाकात के बारे में कहा, “रिश्ते के प्रति प्रतिबद्धता और समर्थन के बारे में कैमरन से सुनना बेहद संतोषजनक था। हमने दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाने को लेकर विस्तार से बात की।” दोनों मंत्रियों ने वैश्विक संघर्षों और भारत-प्रशांत क्षेत्र के महत्व सहित कई विषयों पर चर्चा की।

इस्राइल-हमास संघर्ष पर चर्चा के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बातचीत सरकार में वापसी के पहले दिन कैमरन का दूसरा मुख्य एजेंडा रहा। ब्रिटिश विदेश मंत्रालय के मुताबिक कैमरन ने ब्लिंकन के साथ यूके और यूएस के बीच संबंधों के अलावा, मध्य पूर्व में संघर्ष, इस्राइल के आत्मरक्षा के अधिकार और गाजा में सहायता के सुरक्षित मार्ग की अनुमति देने के लिए मानवीय आधार पर युद्धविरामा की जरूरत पर चर्चा की।।

सोमवार रात लॉर्ड मेयर के भोज में प्रधानमंत्री सुनक ने कहा कि वह नए विदेश सचिव की नियुक्त से प्रसन्न हैं। साथ ही सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के भीतर असंतोष की कथित आवाजें पनपना चिंताजनक है। डेम एंड्रिया जेनकिन्स ने ब्रेवरमैन की बर्खास्तगी के बाद सुनक को लेकर अविश्वास का पत्र प्रस्तुत किया है। अगले साल होने वाले चुनाव के परिप्रेक्ष्य में सुनक के सामने एक मुश्किल राह है। ऐसा इसलिए, क्योंकि वह अगले साल होने वाले चुनावों में टोरीज़ को लड़ने का मौका देने के लिए अपनी नई-नई मंत्री टीम को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं।

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