अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य की असेंबली में उस वक्त हंगामा हो गया, जब रिपब्लिकन पार्टी की एक नेता ने कहा कि सभी फलस्तीनियों को मर जाना चाहिए। इसे लेकर हंगामा हो गया और कई लोगों ने रिपब्लिकन नेता के इस बयान की तीखी आलोचना की है। दरअसल फ्लोरिडा असेंबली में हाल ही में डेमोक्रेटिक नेता एंजी निक्सॉन ने एक प्रस्ताव पेश किया। इस प्रस्ताव में इस्राइल और हमास के बीच युद्धविराम की मांग की गई थी।
प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान निक्सॉन ने कहा कि ’10 हजार फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है और कितने लोगों की जान जाना काफी होगा?’ इस पर रिपब्लिकन पार्टी की नेता मिशेल साल्जमान ने चिल्लाकर कहा, ‘सभी की’। इस पर निक्सॉन ने हैरानी जताई। निक्सॉन द्वारा लाया गया यह प्रस्ताव 104 के मुकाबले दो वोट के अंतर से गिर गया। हालांकि साल्जमान के बयान ने मुद्दे को गरमा दिया। अमेरिका में मुस्लिम अधिकारों की वकालत करने वाले सबसे बड़े संगठन ‘द काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशन’ ने साल्जमान के बयान की तीखी आलोचना की। संगठन ने कहा कि रिपब्लिकन नेता का बयान फलस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार का आह्वान करने जैसा है।
राशिदा तलेब के बयान पर भी हुआ था हंगामा
बता दें कि इस्राइल हमास की लड़ाई में अब तक करीब साढ़े 12 हजार लोगों की जान जा चुकी है। बीती 7 अक्तूबर को हमास के आतंकियों ने इस्राइल की सीमा में घुसकर 1400 लोगों की हत्या कर दी थी और 200 से ज्यादा लोगों को अगवा कर लिया था। इसके जवाब में इस्राइल गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर हमले कर रहा है, जिसमें अब तक 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। हाल में फलस्तीनी मूल की अमेरिकी सांसद राशिदा तलेब ने इस्राइल की तबाही की बात कही थी और इस्राइल पर हमास के हमले को लेकर झूठ फैलाने का आरोप लगाया था। तलेब के बयान के बाद भी खूब हंगामा हुआ था और लोगों ने इसे यहूदी विरोध के रूप में लिया। खुद तलेब की पार्टी डेमोक्रेट के कई सासंदों ने तलेब के बयान की तीखी आलोचना की थी।