प्रयागराज में महाकुंभ के 27वें दिन श्रद्धालुओं की भीड़ ने नया रिकॉर्ड बना दिया। शनिवार को करीब 1 करोड़ 22 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। लेकिन श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण प्रयागराज आने वाली अधिकांश सड़कों पर भीषण जाम लग गया है। हजारों श्रद्धालु शहर के बाहर ही फंसे हुए हैं, जबकि शहर के भीतर घाटों तक पहुंचने में लोगों को घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है।
भीड़ नियंत्रण के लिए आपात योजना लागू
बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने पार्किंग स्थल और रूटों पर आपात योजना लागू कर दी है।
जाम से प्रभावित प्रमुख मार्ग:
- फाफामऊ से प्रयागराज
- झूंसी से प्रयागराज
- जसरा से प्रयागराज
- वाराणसी और मिर्जापुर हाईवे – जहां शनिवार को 5-5 किमी लंबी वाहन कतारें लग गईं।
- संगम से 10-15 किमी पहले ही वाहन रेंग रहे हैं।
शहर के अंदर पूरी तरह से जाम की स्थिति
शहर के प्रमुख मार्गों पर स्थिति और खराब हो गई है। नैनी में नए यमुना पुल से सरगम चौराहे तक और झूंसी में शास्त्री ब्रिज से अंदावा तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। पुराने यमुना पुल पर भी भीषण जाम है।
प्रमुख जाम वाले स्थान:
- फाफामऊ
- नैनी
- इंडियन प्रेस चौराहा
महामंडलेश्वर भी फंसे
फाफामऊ में एक महामंडलेश्वर अपने काफिले के साथ घंटों तक जाम में फंसे रहे।
मध्य प्रदेश में भी वाहनों को रोका गया
प्रयागराज की ओर बढ़ते भारी यातायात को देखते हुए मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर वाहनों को रोक दिया गया है।
- कटनी, मैहर, रीवा जिलों में वाहन फंसे हुए हैं।
- चाकघाट पर वाहनों को यूपी प्रशासन की अनुमति के बाद ही जाने दिया जा रहा है।
- कटनी से प्रयागराज तक 250 किमी लंबे मार्ग पर जगह-जगह यातायात जाम है।
प्रशासन के प्रयास:
- 100-200 वाहनों के जत्थों में छोड़ने की व्यवस्था।
- ट्रैफिक कम होने के बाद ही वाहनों को निकाला जा रहा है।
- गलत दिशा में वाहन न चलाने की हिदायत।
श्रद्धालुओं की परेशानी
महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं को इस भारी भीड़ और ट्रैफिक के कारण घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
नागपुर निवासी विशाल शर्मा ने बताया कि मैहर में ढाई घंटे और कटनी में लंबा जाम झेलना पड़ा।
प्रशासन की अपील
यातायात पुलिस श्रद्धालुओं से अपील कर रही है कि जाम कम होने तक यात्रा स्थगित करें और प्रशासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।
निष्कर्ष
महाकुंभ की अभूतपूर्व भीड़ से प्रयागराज और आसपास के मार्गों पर यातायात जाम विकराल रूप ले चुका है। प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि श्रद्धालुओं को कम से कम असुविधा हो, लेकिन भीड़ बढ़ने के कारण समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है।