चंद पंक्तियाँ आपके व आपके परिवार जनों के लिये –
रंगों के इस पावन पर्व पर , अपनी सबसे यही गुहार।
न हो किसी की जीत इसमें , न हो किसी की हार ।
गले लगाकर खेलें होली , दिल में घोलें प्यार।
नफ़रत कोसों दूर रहे , और चमन रहे गुलजार ।
न हो धर्म का भेद इसमें , न किसी जाति का तिरस्कार ।
आप सभी के जीवन में हो , सदा रंगो की बहार ।
घर-घर में खुशहाली छाये , और उत्तम हों विचार ।
यश कीर्ति में नित प्रति दिन , आता रहे निखार।
ईश्वर से यही करूँ प्रार्थना , मेरा देश रहे खुशहाल ।
रंगों के इस पावन पर्व पर , अपनी सबसे यही गुहार।
न हो किसी की जीत इसमें , न हो किसी की हार ।