“जब कोल्हापुर को बेंच मिल सकती है बेंच तो मेरठ को क्यों नहीं?
मेरठ। केंद्र और महाराष्ट्र सरकार द्वारा कोल्हापुर को हाईकोर्ट की बेंच देने से अधिवक्ता गुरुवार को आक्रोश में आ गए। दिनभर हड़ताल के बाद केंद्रीय संघर्ष समिति की बैठक आयोजित की गई और पश्चिम में बेंच को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। साथ ही 17 फरवरी को आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए बैठक की घोषणा की गई। पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की बेंच की माग को लेकर कई जिलों के अधिवक्ता वर्षो से लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन बात आश्वासन से आगे नहीं बढ़ सकी। उधर, गुरुवार को कोल्हापुर को हाईकोर्ट बेंच दिए जाने की सूचना ने अधिवक्ताओं को आक्रोश से भर दिया। तत्काल बैठक बुलाई गई और अधिवक्ता दिनभर हड़ताल पर रहे। बैठक में मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रोहिताश्व कुमार अग्रवाल ने कहा कि महाराष्ट्र की कुल जनसंख्या लगभग 12 करोड़ है और मुम्बई में हाईकोर्ट है, जबकि नागपुर व औरंगाबाद में हाईकोर्ट बेंच स्थापित है। जबकि उत्तर प्रदेश क्षेत्रफल और जनसंख्या के लिहाज से काफी बड़ा प्रदेश है और कई दशकों से बेंच की मांग को लेकर संघर्ष जारी है, लेकिन बेंच की मांग को लेकर हमेशा से ही सरकारों ने पश्चिम की अनदेखी की है। बैठक में केंद्र के साथ प्रदेश सरकार की अनदेखी पर भी अधिवक्ताओं ने जमकर सवाल उठाए और संघर्ष तेज करने पर सहमति बनी। बैठक के बाद मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय में सौंपा गया। 17 को होगी आपात बैठक : हाईकोर्ट बेंच को लेकर आक्रोश में आए अधिवक्ताओं ने केंद्रीय संघर्ष समिति की आपातकालीन बैठक बुलाने और आंदोलन की रणनीति बनाने की मांग की। जिस पर आपसी सहमति के बाद 17 फरवरी को दोपहर 12 बजे मेरठ बार एसोसिएशन के पंडित नानक चंद सभागार में बैठक आयोजित करने की घोषणा समिति नेतृत्व द्वारा की गई।
पासपोर्ट अफसर पहुंचे मेरठ, 23 को सेवा केंद्र के उद्घाटन की तैयारी तेज –
पासपोर्ट कार्यालय गाजियाबाद से गुरुवार को फिर पासपोर्ट अफसरों की टीम मेरठ पहुंची। उन्होंने पहले प्रवर अधीक्षक डाक से मुलाकात की। पासपोर्ट सेवा केंद्र के उद्घाटन की तैयारियों को लेकर चर्चा की। बाद में पासपोर्ट और डाक अफसरों ने सेवा केंद्र का निरीक्षण किया। तैयारियां तेज करने को कहा। पासपोर्ट सेवा केंद्र के 23 फरवरी को ही उद्घाटन की तैयारियां की जा रही है।
गुरुवार दोपहर में पासपोर्ट दफ्तर गाजियाबाद से आई टीम ने प्रवर अधीक्षक डाक पीडी रैगर के साथ पासपोर्ट सेवा केंद्र के लिए प्रस्तावित भवन का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने यहां की जाने वाली तैयारियों को लेकर विचार-विमर्श किया। आवश्यक निर्देश दिए। दो दिन पहले हिन्दुस्तान ने आधी-अधूरी तैयारियों के बीच पासपोर्ट सेवा केंद्र के उद्घाटन की तैयारियों को लेकर खबर प्रकाशित कर दी थी। इसके बाद अधिकारियों में खलबली मची।
अब पासपोर्ट सेवा केंद्र के शुभारंभ से पहले सारी तैयारियों करने में पासपोर्ट अधिकारी और डाक विभाग के अफसर जुट गए है। सेवा केंद्र में अभी काउंटर बनने हैं। अन्य व्यवस्थाएं की जानी है। थमइम्प्रेशन के लिए मशीनें लगनी हैं। कंप्टूयर इंस्टॉल होने हैं। यह व्यवस्थाएं अभी नहीं हुई। यह व्यवस्थाएं पासपोर्ट दफ्तर गाजिबाद को ही करनी है। पासपोर्ट बनवाने के लिए शहरवासियों को अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। कैंट स्थित मुख्य डाकघर परिसर में भी जल्द पासपोर्ट बनने शुरू हो जाएंगे। फिलहाल 23 फरवरी को पासपोर्ट सेवा केंद्र का उद्घाटन करने की पूरी तैयारी है।
पासपोर्ट सेवा केंद्र कैंट स्थित मुख्यडाकघर परिसर में ही तैयार किया गया है। पासपोर्ट के लिए आवेदन ऑनलाइन ही किए जाएंगे।