राशन वितरण करने वालों की मनमानी गजब, चोरी भी सीनाजोरी भी, दुकान के बाहर रेट का बोर्ड लगा कर भी जनता को गुमराह किया जा रहा है थोक में ही राशन व्यपारी से सौदा कर दिया जाता है ! जिसको 5 kg देना उसको 3 kg ही देकर कम सप्लाई होने का बहाना बना दिया जाता है !
वाराणसी – लाख कोशिशो के बावजूद नहीं रुक पा रहे घटतौली जी हां जितने भी राशन वितरण की दुकान है वह मानक रेट से बढ़ा कर राशन का वितरण कर रहे हैं साथ हि गरीबों का शोषण निरंतर जारी है मामला यह है कि यदि गेहूं का रेट ₹2 है तो वह जनता को 2:30 से 3 रूपये की दर से वितरण कर रहे हैं और तो और कितने ऐसे राशन कार्ड बनाए गए हैं जिनका उपयोग उस परिवार के द्वारा नहीं किया जाता जिसके नाम पर वैध राशन कार्ड जारी किया गया है वह जारी राशन को अबैध तरीके से बेचा जाता है* ! यही नहीं कई कंट्रोल धारक से बात करने पर बताते हैं कि इंस्पेक्टर को ₹8000 प्रतिमाह दिया जाता है तो कोई कुछ नहीं कर सकता आखिर यह कब तक चलता रहेगा ? इसमें जिला पूर्ति अधिकारी की भी सहभागिता पूर्ण रुप से है जिसकी वजह से भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पा रहा !!
– कृष्णा पंडित की रिपोर्ट