इस्राइल और हमास के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है। इस बीच हमास ने सोमवार को कहा कि उन्होंने सात महीने से जारी युद्ध को रोकने के लिए युद्ध विराम के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। घोषणा के बाद इस्राइल ने लगभग एक लाख फलस्तीनियों को राफा से निकलने का आदेश दिया। हालांकि, अभी तक शांति समझौते को लेकर इस्राइल ने कोई टिप्पणी नहीं की है और न ही इस्राइल ने प्रस्ताव का विवरण अभी तक जारी किया है। हालांकि, कुछ दिन पहले, मिस्र और हमास के अधिकारियों ने कहा था कि संघर्ष विराम कई चरणों में होगा। इस दौरान हमास बंधकों को रिहा करेगा और इस्राइल गाजा से अपने सैनिकों को वापस बुला लेगा।
हमास ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि उसके शीर्ष नेता इस्माइल हानियेह ने कतर के प्रधानमंत्री और मिस्र के खुफिया मंत्री के साथ फोन पर बात करते हुए प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए हामी भरी। बयान सामने आते ही फलस्तीनियों ने राफा के आसपास फैले शिविरों में खुशी जताई। उन्होंने उम्मीद की कि समझौते का मतलब है कि इजरायली हमला अब टल गया है।
राफा पर हमले को लेकर कई बार आगाह कर चुका है अमेरिका
इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की और राफा को लेकर चिंता जाहिर की। अमेरिका सहित इस्राइल के अन्य करीबी सहयोगियों ने कई बार कहा है कि इस्राइल को राफा पर हमला नहीं करना चाहिए। बता दें, राफा में करीब 1.4 मिलियन फलस्तीनियों ने शरण ले रखी थी। शांति समझौते के प्रस्ताव का नेतृत्व कर रहे कतर ने भी कई बार कहा था कि राफा पर हमला होने से संघर्ष विराम के प्रयास पटरी से उतर जाएंगे।
गौरतलब है कि सात अक्तूबर की सुबह हमास द्वारा करीब 5000 रॉकेट इस्राइली शहरों पर दागे गए थे. जिसके बाद से दोनों पक्षों में युद्ध जारी है। इस्राइल ने इस हमले को आंतकी हमला करार दिया है। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कमस खाई है कि वह जब तक हमास को पूर्ण रूप से खत्म नहीं कर देते, तब तक वे युद्ध विराम नहीं करेंगे।
हमास ने कहा कि ये यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। हमास ने कहा कि इस्राइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंक इसे अपवित्र किया था। इस्राइली सेना लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है और अतिक्रमण कर रही है। इस्राइली सेना हमारी महिलाओं पर हमले कर रही है। हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने अरब देशों से अपील है कि इस्राइल के साथ अपने सभी रिश्तों को तोड़ दें। हमाद ने कहा कि इस्राइल एक अच्छा पड़ोसी और शांत देश कभी नहीं हो सकता है।