इस्राइली सेना ने हमास के खिलाफ जारी सैन्य कार्रवाई के बीच बताया है कि सात अक्तूबर के दिन हुए हमले का मास्टरमाइंड कौन है? इस्राइल की सेना ने एक बयान में कहा, हमास के आतंकी हमलों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही इस्राइली सेना अब गाजा पट्टी में जमीनी आक्रमण शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
इसी बीच इस्राइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने मंगलवार को आतंकवादी समूह- हमास के संगठन में बड़े नेताओं की पहचान जारी की। हमास के आतंकी आकाओं को निशाना बनाकर संगठन को नष्ट करने की कसम खाते हुए आईडीएफ ने कहा, ये लोग इस्राइली नागरिकों के खिलाफ हमलों के लिए जिम्मेदार हैं।
सात अक्तूबर के हमले का मास्टरमाइंड कौन?
आईडीएफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- एक्स पर कहा हमास के नेताओं में समूह के नेता इस्माइल हनीयेह, येह्या सिनवार शामिल हैं। इस्राइली सेना के अनुसार 7 अक्तूबर के हमले का कथित मास्टरमाइंड एल देइफ है। आतंक के आकाओं के नाम भी जारी किए जाने के बाद माना जा रहा है कि इस्राइली सेना गाजा पट्टी में मौजूद आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूंद करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
हमास का चीफ प्रधानमंत्री, संपत्ति भी तेजी से बढ़ी
माना जा रहा है कि गाजा पट्टी में इस्राइली सेना के बड़े आक्रमण से हालात और नाजुक हो सकते हैं। उत्तरी सीमा पर तनाव बढ़ने की आशंका है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2006 में फतह के खिलाफ फलस्तीनी चुनावों में हमास की जीत से पहले, इस्माइल हनियेह आतंकवादी समूह की कमान नहीं संभाल रहा था। चुनावी जीत के बाद हनियेह का सितारा बुलंद होने लगा। द टाइम्स ऑफ इस्राइल के अनुसार, हनियेह को गाजा पट्टी में फलस्तीनी प्राधिकरण का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। संपत्ति तेजी से बढ़ने की खबरें भी सामने आईं।
सिनवार शैतानी का चेहरा, 2017 से उभरने की शुरुआत
इस्राइली सेना गाजा में हमास के कट्टरपंथी नेता येह्या सिनवार को “शैतानी का चेहरा” कहती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आईडीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि सिनवार हजारों इस्राइली सैनिकों के लिए शीर्ष लक्ष्य है। लंबे समय तक हमास के भीतर क्रूर प्रवर्तक और इस्राइल का कट्टर दुश्मन माना गया सिनवार 2011 में कैदियों की अदला-बदली में रिहा हुआ। रिहाई से पहले पहले दो दशकों से अधिक समय तक इस्राइली जेलों में रहे सिनवार 2017 में गाजा में आतंकवादी समूह- हमास के नेता के रूप में उभरा। द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सिनवार का शीर्ष नेतृत्व विदेश में रहता है।
बम बनाने के बाद धमाकों से फैलाया आतंक
हमास के एक और शीर्ष नेता- मोहम्मद दियाब इब्राहिम अल-मसरी, उर्फ एल डेइफ (the Guest) लंबे समय से इस्राइल के निशाने पर है। इस्राइली सेना की रडार पर आने और जान बचाने के लिए डेइफ हर रात अलग-अलग घरों में रुकता है। वह अब हमास की सैन्य शाखा- अल कासिम ब्रिगेड के प्रभारी हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, 1996 में एक कुशल बम निर्माता की पहचान रखने वाले एल डेइफ, चार आत्मघाती हमलों का आरोपी है। येरूशलम और तेल अवीव में हुए इन हमलों में 65 लोग मारे गए थे। शांति प्रक्रिया को पटरी से उतारने के इरादे से किए गए अन्य हमलों के पीछे भी डेइफ का हाथ है।
बंधकों की रिहाई पर हमास के सैन्य प्रवक्ता का बयान
इस्राइली सेना की तैयारियों के बीच आतंकवादी समूह- हमास के सैन्य प्रवक्ता, अबू ओबैदा ने दावा किया कि उन्होंने गाजा में 200 से 250 लोगों को बंधक बना रखा है। टाइम्स ऑफ इस्राइल की रिपोर्ट के अनुसार, टीवी पर जारी बयान में हमास ने कहा कि लगभग 50 अन्य लोगों को संगठन के अन्य “प्रतिरोधक गुटों” ने दूसरी जगहों पर रखा है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, ओबेदा ने कहा कि विदेशी बंधक “हमारे मेहमान” हैं, और जब भी “जमीनी स्तर पर” स्थितियां अनुकूल होंगी, उन्हें सुरक्षित रिहा कर दिया जाएगा।
हमास को नष्ट करने का एलान, बढ़ रहा मरने वाले लोगों का आंकड़ा
गौरतलब है कि करीब 11 दिन पहले इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को नष्ट करने का एलान किया था। मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से उन्होंने कहा, जब तक हमास का सफाया नहीं हो जाता, इस्राइल ‘नहीं रुकेगा’। इसी बीच हमास के आतंकियों का सफाया होने के साथ-साथ इस्राइली सेना की कार्रवाई में मरने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।