इस्राइल पर सात अक्तूबर को हुए हमास के आतंकी हमले के बाद से युद्ध लगातार जारी है। एक महीने से अधिक समय से जारी हिंसक संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों ने चिंता जताई है। शांति बहाली और युद्धविराम की अपीलों के बीच इस्राइल के रक्षा बलों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने एक सवाल रखा है। उन्होंने गाजा पट्टी के अस्पतालों को आतंकी ठिकानों के रूप में इस्तेमाल किए जाने का हवाला दिया और पूछा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमास की ऐसी हरकतों को रोकने के लिए क्या करेगा?
आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगरी ने आगे कहा कि इस्राइल का युद्ध हमास के साथ है न कि गाजा के लोगों के साथ। हगरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो जारी कर कहा कि हमास अपना आतंक फैलाने के लिए गाजा के अस्पतालों का उपयोग कर रहा है। आतंकियों ने अस्पतालों के नीचे सुरंगें बनाईं और उनका इस्तेमाल अपने अभियानों की कमान संभालने के लिए किया।
हगरी ने आगे कहा, ‘हमास अस्पतालों को अपने बचाव के लिए ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। यह उन वहशी आतंकवादियों की प्रकृति है, जिनसे हम लड़ रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि यह सच सबके सामने चुका है कि हमास आतंक फैलाने और हमले के लिए गाजा के अस्पतालों का इस्तेमाल कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एक महत्वपूर्ण सवाल है कि आप भविष्य में गाजा के अस्पतालों को आतंकवादी ठिकानों में बदलने से रोकने के लिए क्या करेंगे? क्या आप हमास की निंदा करेंगे या चुप रहेंगे?’ उन्होंने कहा, ‘मैं पूरी तरह से साफ करना चाहता हूं कि इस्राइल का युद्ध हमास के साथ है, गाजा के लोगों के साथ नहीं।’
ड्रोन फुटेज से सच्चाई सामने आई
आईडीएफ ने ड्रोन फुटेज भी जारी किया है। इसमें आतंकवादी समूह हमास द्वारा अल शिफा अस्पताल के नीचे कथित तौर पर एक परिसर का इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने लिखा कि ऊपर अस्पताल है, नीचे आतंकियों का ठिकाना। हमास अस्पतालों के पीछे छिपा हुआ है और यह ड्रोन फुटेज से साफ है। हमास अस्पतालों को ढाल बनाकर हमला करता है। क्या दुनिया हमास की निंदा करेगी?
इससे पहले, आईडीएफ और इस्राइल सिक्योरिटीज अथॉरिटी (आईएसए) ने खुलासा किया था कि गाजा में शिफा अस्पताल परिसर के 10 मीटर नीचे 55 मीटर लंबी आतंकवादी सुरंग मिली है।