जानकारी के मुताबिक, बीते 9 अक्टूबर को बीजेपी विधायक तेजपाल नागर ने इनकी नौकरी के लिए दादरी स्थित एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की। बैठक में उन्होंने सभी आरोपियों को एनटीपीसी में भर्ती कराकर नौकरी की सुविधा प्रदान करने की बात कही। इस मौके पर एनटीपीसी की तरफ से उप महाप्रबंधक उमेश कुमार, सीनियर मैनेजर निकेश कुमार, यूपीएल से जे चौधरी और विधायक तेजपाल नागर ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। वहीं, तेजपाल नागर ने बताया कि किडनी फेल हो जाने के कारण एक आरोपी रवीन सिसौदिया की जेल में ही मौत हो गई थी। रवीन के परिजनों को मुआवजा के तौर पर आठ लाख रुपये दिए जाएंगे। साथ ही उसकी पत्नी को एक महीने के भीतर प्राइमरी स्कूल में टीचर की नौकरी भी दी जाएगी। इसमें पांच लाख रुपये एकबार में और बाकी की राशि स्थानीय स्तर पर इकट्ठा की जाएगी। वहीं, एनटीपीसी के प्रवक्ता ने बताया कि बिसाहड़ा गांव के सभी आरोपियों को भारत की महारत्न कंपनी में संविदा पर नौकरी मिल गई है और तीन महीने के बाद इनकी नियुक्ति हो जाएगी। उनका यह भी कहना था कि इनके अलावा बिसाहड़ा गांव के कई यूथ को भी नौकरी एनटीपीसी में नौकरी मिली है। प्रवक्ता का यह भी कहना था कि एनटीपीस पॉलिसी के तहत जितने लोग भी प्रोजेक्ट के कारण प्रभावित हुए हैं, उन सब को शिक्षा और अनुभव के आधार यहां नौकरी दी जाएगी। बता दें कि 28 सितंबर 2015 को बिसाहड़ा गांव में घर में गोमांस रखने के आरोप में अखलाक नामक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में कुल 18 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। पिछले 6 महीनों में सभी आरोपी जेल से बाहर आ चुके हैं, जबकि एक आरोपी की जेल में ही मौत हो गई थी।