रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
22 जून 2011 को इराक़ के दक्षिणी प्रांत बसरा में एक अमरीकी सैनिक अपनी छावनी को इराक़ी सेना के हवाले करने के दौरान अमरीकी झंडे को लपेटता हुआ (रोयटर्ज़ के सौजन्य से)
विदेश – इराक़ी संसद में शनिवार को उस बिल के मसौदे पर वोट होने वाला है जिसमें इस देश में अमरीका की अगुवाई में सैन्य मौजूदगी को ख़त्म करने का प्रावधान है।
इराक़ की अलमालूमा न्यूज़ वेबसाइट के अनुसार, इस बिल के मसौदे में सभी विदेशी सैनिकों ख़ास तौर पर अमरीकी सैनिकों को इराक़ से निकाल बाहर करने की प्रतिज्ञा ली गयी है।
इराक़ के विभिन्न दलों के राजनेता इस देश में विदेशी सैनिकों की मौजूदगी पर सवाल उठा रहे हैं। वर्ष 2018 में इराक़ में आतंकवादी गुट दाइश की हार के बाद से इस देश से विदेशी सेना को निकालने की मांग में तेज़ी आयी है।
इराक़ी संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा व रक्षा कमेटी के सदस्य करीम अलीवी ने गुरुवार को इस बिल के मसौदे के बारे में गुरुवार को कहा कि देश के दो सबसे बड़े संसदीय गठबंधन साएरून और फ़तह गठबंधन ने इस मसौदे का समर्थन किया है।
इराक़ी सांसद करीम अलवी ने इस बिल के समौदे को बहुमत मिलने की उम्मीद ज़ाहिर की है, क्योंकि इन बिल के मसौदे को दो बड़े धड़ों का समर्थन हासिल है।
ग़ौरतलब है कि इराक़ी संसद में साएरून गठबंधन की अध्यक्षता मुक़्तदा सद्र और फ़त्ह गठबंधन की अध्यक्षता हादी आमेरी कर रहे हैं जो बद्र संगठन के महासचिव भी हैं।