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Friday, May 3, 2024

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अमरीकी सैन्य विमान को अफ़गानिस्तान में किस मीज़ाइल से गिराया गया ?

मशहूर अरबी समाचारपत्र रायुल यौम ने अपने एक लेख में लिखा है कि तालेबान गुट झूठ नहीं बोल रहा है और अफ़ग़ानिस्तान में अमरीका के सैन्य विमान का मार गिराया जाना, अमरीकी राष्ट्रपति के मुंह पर एक ज़ोरदार थप्पड़ है।

विदेश – तालेबान गुट के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने अमरीकी जहाज़ के गिरने के समय से ही सही बात कही है और उनका कहना है कि ग़ज़नी में मार गिराए गए अमरीकी सैन्य विमान में, वरिष्ठ सैनिक अधिकारी मौजूद थे और यह अमरीकी राष्ट्रपति के मुंह पर एक भरपूर थप्पड़ है। अमरीकी अधिकारियों ने पहले तो इस ख़बर का खंडन किया और फिर लम्बे समय के लिए चुप्पी साध ली लेकिन आख़िरकार उन्हें इस ख़बर की पुष्टि करनी ही पड़ी और उन्होंने केवल इतना ही कहा कि यह एक छोटा जहाज़ था। उन्होंने विमान में सवार अमरीकी सैनिकों की संख्या और उनकी पहचान की ओर कोई इशारा नहीं किया। बहरहाल अमरीका के विकसित सैन्य विमान का मार गिराया जाना डोनल्ड ट्रम्प और उनके सैन्य कमांडरों के लिए कड़ा झटका है। इसके अलावा यह घटना, अमरीका के साथ वार्ता में तालेबान के रुख़ के मज़बूत होने का भी कारण बनी है। तालेबान का कहना है कि वार्ता के लिए, अमरीका के सभी सैनिकों को अफ़ग़ानिस्तान से निकलना होगा।

इस बीच सैन्य मामलों के टीकाकारों के बीच एक अहम सवाल गर्दिश कर रहा है और वह यह है कि तालेबान को वह विकसित मीज़ाइल कहां से मिला जिससे उसने अमरीका के सैन्य विमान को मार गिराया। कुछ टीकाकारों का कहना है कि पाकिस्तान के माध्यम से चीन ने यह मीज़ाइल तालेबान को दिया है जबकि कुछ अन्य का कहना है कि यह वैसा ही मीज़ाइल है जिससे ईरान ने अमरीका के ग्लोबल हाॅक ड्रोन को मारा था।

बहरहाल अमरीकी रक्षा मंत्रालय पूरी तरह से हतप्रभ है और उसका कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ भी जानकारी देने से कतरा रहा है। इस प्रकार की रिपोर्टें भी सामने आ रही हैं कि अमरीकी गुप्तचर सेवा सीआईए का एक वरिष्ठ अधिकारी माइकल दि एंड्रा इस हमले में मारा गया है लेकिन अमरीकियों ने इसका खंडन किया है। अलबत्ता अमरीका की ओर से इस घटना पर चुप्पी बहुत कुछ कह रही है। अमरीका अपने उपग्रहों से हर छोटी से छोटी घटना की जानकारी पेश करता रहता है, जैसा कि उसने ईरान में यूक्रेन के यात्री विमान के गिरने के बारे में निरंतर रिपोर्टें दी थीं लेकिन अपने सैन्य विमान के मारे जाने के बारे में वह पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है और विमान में सवार लोगों की संख्या और उनके सैनिक रैंक के बारे में कुछ भी नहीं बता रहा है। बहरहाल एक बात तो है और वह यह कि अमरीका के इस सैन्य विमान के मार गिराए जाने के बाद क्षेत्र में नया तनाव शुरू होने वाला है। 

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