गुजरात के मेहसाणा का रहने वाला 34 वर्षीय व्यक्ति का अमेरिका जाने का सपना दुःस्वप्न में बदल गया। दरअसल, वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ अवैध रूप से घुसने की कोशिश कर रहा था। लेकिन उनकी यह योजना सफल नहीं हो पाई और उन्हें डेढ़ करोड़ रुपए का भुगतान करना पड़ रहा है।
खबरों की मानें तो वह अभी तक केवल एक करोड़ रुपये की ही व्यवस्था कर सके हैं। मानव तस्करों ने उनकी पत्नी और तीन बच्चों को जिनकी उम्र- 12, 7 और 5 साल है, को अमेरिका से पहले ही मैक्सिको में बंधक बना लिया। जिसके बाद इतना प्रताड़ित किया उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ और अब मेक्सिको के कैनकन शहर के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि 34 वर्षीय प्रियांक पटेल अपनी पत्नी उमा और तीन बच्चे जनवरी के पहले सप्ताह में साल्दी गांव छोड़ गए थे। उनके साथ डिंगुचा के चार लोगों का एक परिवार और भी था, लेकिन सीमा पार कर अमेरिेका जाने की कोशिश में मर गए।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात पुलिस के सूत्रों ने बताया कि प्रियांक और उसका परिवार दो एजेंटों की मदद से दिल्ली आए और वहां से मैक्सिको गए। सूत्रों ने बताया कि सौदा 1.5 करोड़ रुपये में तय किया गया था और दोनों एजेंटों को एक करोड़ रुपये की पहली किस्त दे दी गई थी।