सौ. फाईल चित्र
रिपोर्ट – सज्जाद अली नायाणी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि अफगानिस्तान के युद्ध में वाशिंग्टन का साथ देकर पाकिस्तान ने अपने इतिहास की सब से बड़ी गलती की है।
विदेश – न्यूयॉर्क में काउंसिल फॉर फॉरेन रिलेशंस को संबोधित करते हुए, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा कि 9/11 के बाद, पाकिस्तान ने अमेरिकी युद्ध में भाग लेकर एक बहुत बड़ी गलती की जिसकी वजह से पाकिस्तान में अशांति फैल गयी।
उन्होंने कहा कि अगर अमरीका, अफगानिस्तान में शांति चाहता है तो बिना किसी शर्त के अपने सैनिकों को इस देश से वापस बुलाना चाहिए।
इमरान खान ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प को युद्ध नहीं बल्कि अपने सैनिकों की वापसी के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि अगर अमरीका 19 वर्षों में सफल नहीं हो पाया है तो अगले 19 वर्षों तक भी सफलता की कोई आशा नहीं , तालिबान अतीत की तुलना में आज अधिक मज़बूत हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसी देशों से शांति चाहता है, और उन्होंने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को पाकिस्तान की यात्रा के लिए आमंत्रित किया।
इमरान खान ने कहा कि पुलवामा घटना के बाद, भारत से सबूत मांगे, भारत ने सबूत देने के बजाय बमबारी की।
इमरान खान ने कहा कि मैंने कहा है कि भारत आरएसएस के एजेंडे पर काम कर रहा है।
याद रहे इमरान खान दुनिया के पहले नेता नहीं हैं जिन्हों किसी मामले में अमरीका का साथ देकर पछतावा प्रकट किया है।
दुनिया और क्षेत्र में बहुत से देश और नेता हैं जिन्हें अमरीका के साथ सहयोग के बाद पछतावा हुआ है।