रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
इराक़ के स्वयं सेवी बल हिज़्बुल्लाह ब्रिगेड ने एक बयान जारी करके स्वयं सेवी बलों के ठिकानों पर हमले जारी रहने पर अमरीका को धमकी दी है।
विदेश – ज्ञात रहे कि पिछले मंगलवार की रात को इराक़ी स्वयं सेवी बल हश्शदुश्शाबी के हथियारों के भंडार पर हमले के बाद आग लग गयी थी। हालिया एक महीने के दौरान इस प्रकार की यह चौथी घटना है।
इराक़ी मीडिया ने मंगलवार को सलाहुद्दीन प्रांत में स्वयं सेवी बलों के एयरबेस पर हथियारों के भंडार में धमाके और आग लगने की सूचना दी थी।
इराक़ी स्वयं सेवी बल के वरिष्ठ कमान्डर अबू मुहन्दिस ने बुधवार को यह बयान करते हुए कि वाशिंग्टन इराक़ी सैन्य ठिकाने पर हमला करने के लिए चार इस्राईली ड्रोन विमान लाया था।
कहा कि इराक़ में आतंकवादी गुटों के पालन पोषण में भूमिका अदा करने वाला अमरीका, इराक़ की संप्रभुता के उल्लंघन और स्वयं सेवी बलों को निशाना बनाने के प्रयास में है।
हश्दुश्शाबी के वरिष्ठ कमांडर अबू मेहदी अलमुहन्दिस ने स्वयं सेवी बलों पर हमलों के लिए अमरीका को ज़िम्मेदार ठहराया था।
अब सवाल यह पैदा होता है कि अमरीका और इस्राईल, इराक़ी स्वयं सेवी बलों के ठिकानों पर हमले के पीछे क्या लक्ष्य रखते हैं?
इसके जवाब के लिए यह कहा जा सकता है। स्वयं सेवी बल हश्दुश्शाबी, इराक़ के राजनैतिक और सुरक्षा ढांचे में एक नया परंतु प्रभावी खिलाड़ी समझा जाता है जिसने दाइश की पराजय में मुख्य भूमिका अदा की है।
यद्यपि अमरीका ने इराक़ में आतंकवाद से संर्घष के बहाने एक अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन बना तो लिया किन्तु वास्तव में वह इराक़ से दाइश का सफ़ाया ही नहीं चाहता था बल्कि वह कमज़ोर दाइश को अपने हितों के लिए लाभदायक समझता था।
किन्तु स्वयं सेवी बलों ने उसकी सारी योजनाओं पर पानी फेर दिया और यही कारण है कि अमरीका और उसके घटकों ने जब इराक़ी स्वयं सेवी बलों को अपने हितों के लिए ख़तरा समझा तो इस गुट को अब दूसरे ढंग से निशाना बना रहे हैं।