हमास और इस्राइल के बीच जारी जंग को तीन सप्ताह से ज्यादा का समय हो गया है। इतना ही नहीं, जंग को लेकर हमास के अलावा कई अन्य देश भी इस्राइल के विरोध में आ गए हैं। इस बीच, इस्राइल ने दावा किया है कि लाल सागर की ओर से उसकी ओर मिसाइल दागी गई है। जिसे उसके एरो सिस्टम ने सफलतापूर्वक मार गिराया। वहीं, इस मिसाइल हमले को लेकर दावा किया जा रहा है कि मिसाइल यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की ओर से लॉन्च की गई थी।
द टाइम्स ऑफ इस्राइल ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट्स में ये दावा किया है। इसमें कहा गया है कि इस मिसाइल को इस्राइल के सबसे दक्षिणी शहर इलियट को निशाना बनाकर दागा गया था। इसे लेकर इस्राइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने बयान भी जारी किया है। इसमें बताया गया है उनकी वायु सेना प्रणाली ने मिसाइल को सावधानीपूर्वक ट्रैक करके सबसे सटीक परिचालन समय और स्थान पर मार गिराया। उन्होंने बताया कि हमास के खिलाफ जंग में पहली बार ऐरो रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल हुआ है। इसके साथ ही आईडीएफ ने यह दावा भी किया है कि मंगलवार की सुबह लाल सागर की ओर से उसके खिलाफ कई अन्य लक्षित हमले भी किए गए। जिन्हें सफलता पूर्वक मार गिराया गया।
वहीं, हूती विद्रोहियों ने भी इस्राइल पर ड्रोन हमले का दावा किया है। कहा जा रहा है कि जब यह ड्रोन इस्राइल के दक्षिणी शहर इलियट के नजदीक पहुंचे तो वहां अलार्म बजने लगे और लोग बंकरों की ओर भागने लगे। हालांकि इस्राइल ने इन्हें नेस्तनाबूद कर दिया। यह घटना गाजा में हमास आतंकी समूह के साथ इजरायल के चल रहे संघर्ष के संदर्भ में सामने आई है। हूती सरकार के प्रधानमंत्री अब्देलअजीज बिन हैबटूर ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि ये ड्रोन यमन के हैं।