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ईरानी जनरल की बड़ी धमकी, अमरीकियों ने मूर्खता की तो मिसाइलों की होगी बारिश, अमरीकी छावनियां, हमारी मिसाइलों की रेंज में…

रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने

आईआरजीसी के सांस्कृतिक व सामाजिक निदेशक जनरल हुसैन निजात ने कहा है कि अगर हमारे क्षेत्र में मौजूद अमरीकी युद्धपोतों ने ज़रा सा भी गलती की तो हमारे मिसाइल, अमरीकी विमानवाहक पोतों को निशाना बना सकते हैं।

विदेश – आईआरजीसी के सांस्कृतिक व सामाजिक निदेशक जनरल हुसैन निजात ने कहा कि अमरीकी छावनियां, हमारी मिसाइलों की रेंज में हैं। जनरल हुसैन नेजात ने ईरान के तबरेज़ नगर में एक भाषण के दौरान कहा कि ट्रम्प नाम के साम्राज्यवादी स्वंय को महाशक्ति समझते हैं लेकिन वरिष्ठ नेता ने उनके संदेश को स्वीकार करने से भी इन्कार कर दिया।

उन्होंने कहा कि क्रांति से पहले ईरान तोप और हथियार आयात करता था और पांच हज़ार अमरीकी सैन्य सलाहकार, ईरानी सेना को निर्देश देते थे लेकिन आज वही ईरान एसी मिसाइल बना रहा है कि जिसका दुश्मन मुक़ाबला नहीं कर सकता।

उन्होंने कहा कि अगर कोई अरब देश भूल से भी अपनी भूमि को हमारे खिलाफ प्रयोग करने की अनुमति देता है तो हमारे मिसाइल उन देशों में अमरीकी छावनियों पर मिसाइल की बारिश कर देंगे।

जनरल हुसैन नेजात ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि इमाम खुमैनी ने सोवियत संघ के बिखरने की भविष्यवाणी की थी कि सही साबित हुई, कहा कि वरिष्ठठ नेता ने भी उदारवादी प्रजातंत्र व्यवस्था के पतन की बात कही है जो सच साबित होगी।

उन्होंने कहा कि अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान जब इस्राईल ने ईरान के साथ युद्ध की मांग की तो कहा था कि अगर ईरान पर हम बमबारी करेंगे तो हमास और हिज़्बुल्लाह, ईरान के दो पंख के रूप में इस्राईल को खोद डालेंगे, यह बात कोई ईरानी अधिकारी या जनरल नहीं कह रहा है बल्कि अमरीकी राष्ट्रपति ने एसी बात कही है, अमरीका में ईरान से युद्ध की क्षमता ही नहीं है और ईरान के साथ युद्ध न तो ओबामा के एजेन्डे में था और न ही ट्रम्प की योजना में है बल्कि उनका उद्देश्य, ईरान पर अधिकतम दबाव डालना है।

उन्होंने कहा कि ट्रम्प, पागल नहीं, बहुत बुद्धिमान हैं क्योंकि अगर वह पागल होते तो जब ईरान ने अमरीकी ड्रोन मार गिराया था तो उसका तत्काल जवाब देते लेकिन वह चतुर हैं और उन्हें पता है कि ईरान के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए आस पास के किसी देश से युद्धक विमानों को उड़ाने भरने होगी और वह सब हमारी मिसाइलों की रेंज में हैं।

जनरल हुसैन नेजात ने कहा कि अमरीका इस लिए ईरान से टकराने से डरता है क्योंकि इस टकराव के परिणाम का उसे पता है। उन्होंनें बताया कि ईरानी नौसेना के पूर्व कमांडर, जनरल फिदवी को अमरीका ने कई बार संदेश भेजा कि ईरान व अमरीका के मध्य हाट लाइन बनायी जाए ताकि समुद्र में ईरानी व अमरीकी सैनिकों में संभावित टकराव से बचा जा सके इसका साफ मतलब यह है कि वह युद्ध से बच रहा है।

उन्होंने कहा कि दुश्मन में युद्ध का साहस नहीं इस लिए वह आर्थिक दबाव का सहारा ले रहा है किंतु यह भी जान लें कि आर्थिक प्रतिंबध हमारे लिए अवसर है। जनरल हुसैन नेजात ने बताया कि चीनी, ईरान से कहते थे कि प्रतिबंधों के महत्व को समझें क्योंकि अमरीका ने चीन पर बीस वर्षों तक प्रतिबंध लगाया जिस के बाद हम ने अपने पैंरों पर खड़े होने का संकल्प लिया और आज हम दुनिया की दुसरी अर्थ व्यवस्था हैं।

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