रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
ईरान और चीन से अमेरिका के बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी नौसेना प्रमुख एडमिरल रिचर्डसन की तीन दिवसीय भारत यात्रा काफ़ी अहम मानी जा रही है।
विदेश – प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी नौसेना प्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन सोमवार से तीन दिवसीय भारत यात्रा पर जा रहे हैं। एडमिरल जॉन रिचर्डसन का यह दौरा कई मायने में ख़ास माना जा रहा है। उनका यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है कि जब अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इस बीच अमेरिका का ईरान और चीन से बढ़ते तनाव के मद्देनज़र अमेरिका ने बम वर्षक विमान समेत विमानवाहक पोत की भी तैनाती मध्य एशिया में की है, जबकि अमेरिका ने ईरान से बढ़ते तनाव को देखते हुए पेट्रिएक मिसाइल की तैनाती भी बढ़ा दी है।
अमेरिकी नौसेना प्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन के भारत दौरे का महत्व चीन से बढ़ते हुए उसके तनाव को भी लेकर देखा जा रहा है। ग़ौरतलब है कि अमेरिका और चीन के बीच चल रहा ट्रेडवार उस समय और तनावग्रस्त हो गया है जब अमेरिका ने चीन से आने वाले 200 अरब डॉलर के उत्पाद पर शुल्क 25 फ़ीसद करने का एलान किया है। वहीं दूसरी तरफ़ चीन ने भी जवाब देने का मन बना लिया है। इसके अलावा चीन के साथ दक्षिण चीन सागर पर दोनों देशों के बीच उपजा तनाव किसी से भी अछूता नहीं रहा है। अमेरिका वहां पर रणनीतिक बढ़त बनाना चाहता है, जिसमें भारत उसका बड़ा सहयोगी बन सकता है। यही वजह है कि एडमिरल रिचर्डसन के इस दौरे को काफ़ी अहम माना जा रहा है।
यूएस नेवी के प्रमुख रिचर्डसन की भारत यात्रा से पहले ही अमेरिकी नौसेना ने एक बयान जारी करके कहा है कि इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों की नौसेना के बीच रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करना तथा सूचनाओं के आदान-प्रदान पर बल देना है। स्वयं एडमिरल रिचर्डसन भी इस यात्रा को लेकर काफ़ी उत्सुक दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि रणनीतिक माहौल काफ़ी जटिल हो गया है। उनके मुताबिक़ दोनों देशों को साझा चुनौतियों से निपटने के लिए बार-बार चर्चा करने की ज़रूरत है।