रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि ईवीएम सुरक्षा की ज़िम्मेदारी चुनाव आयोग की है, उसे यह सुनिश्चित करते हुए इस बारे में उठ रहे सवालों पर विराम लगाना चाहिए।
देश – प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत में आम चुनाव के बाद ईवीएम की आवाजाही और कथित छेड़छाड़ की ख़बरों के बीच इस देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने चुनाव आयोग से उसकी संस्थागत विश्वसनीयता सुनिश्चित करने की अपील की है। ट्विटर पर जारी अपने बयान में प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वह ईवीएम की सुरक्षा को लेकर आ रही ख़बरों को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा, चुनाव आयोग की कस्टडी में जो ईवीएम हैं, उनकी सुरक्षा आयोग की ज़िम्मेदारी है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि लोकतंत्र को चुनौती देने वाली अटकलों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए, जनता का फ़ैसला सबसे ऊपर है और इसे लेकर रत्ती भर संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने अपने ट्वीटर पर लिखा है कि वह देश के संस्थानों पर विश्वास करते हैं और मानते हैं कि संस्थान कैसे काम करते हैं, यह फ़ैसला वहां काम करने वालों का ही होता है, इस मामले में संस्थागत विश्वसनीयता को सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी चुनाव आयोग पर है, उन्हें ऐसा करना चाहिए और इस तरह की सारी अटकलों पर विराम लगाना चाहिए।
इससे पहले भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने चुनाव आयोग की सराहना करते हुए कहा था कि 2019 का लोकसभा चुनाव शानदार तरीक़े से संपन्न कराया गया है। एक पुस्तक के विमोचन के मौक़े पर नई दिल्ली में उन्होंने कहा था कि पहले चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन के समय से लेकर मौजूदा चुनाव आयुक्तों तक संस्थान ने बहुत अच्छे से काम किया है। उन्होंने कहा कि कार्यपालिका तीनों आयुक्तों को नियुक्त करती है और वे अपना काम अच्छे से कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘आप उनकी आलोचना नहीं कर सकते हैं, यह चुनाव का सही रवैया है।