रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 22 और 23 नवंबर को होने वाली भारत-आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए कंबोडिया के सिएम रीप पहुंच चुके हैं। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के उपप्रधानमंत्री सह रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस के साथ मुलाकात की। दोनों नेताओं ने रक्षा संबंधों को बढ़ाने और भारत -ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए कई अहम मुद्दों पर चर्चा कीं।
इस बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जे. ऑस्टिन III से भी मुलाकात की। लॉयड ने ट्वीट किया, एडीएमएम-प्लस में आज मेरे दोस्त राजनाथ सिंह के साथ शानदार बैठक हुई। हम अपने रक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं क्योंकि हम एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए अपनी साझा दृष्टि को आगे बढ़ा रहे हैं।
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वियतनामी समकक्ष से मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट किया, “वियतनाम के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री जनरल फान वान गियांग से कंबोडिया के सिएम रीप में मुलाकात कर खुशी हुई।”
साल 1992 से ही आसियान का भागीदार रहा भारत
बता दें कि भारत 1992 से आसियान का भागीदार रहा है और पहली एडीएमएम प्लस बैठक 12 अक्टूबर, 2010 को हनोई, वियतनाम में आयोजित की गई थी। 2017 से आसियान के रक्षा मंत्री आसियान प्लस देशों के बीच सहयोग पर चर्चा करने के लिए सालाना बैठक कर रहे हैं। भारत के एमओडी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, भारत और आसियान ने नवंबर 2022 में एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी के लिए अपने रिश्ते को आगे बढ़ाया।
आसियान में कुल 10 देश
आसियान के 10 देशों में इंडोनेशिया, थाईलैंड, वियतनाम, लाओस, ब्रुनेई, फिलीपींस, सिंगापुर, कंबोडिया, मलेशिया और म्यांमार शामिल हैं। आसियान से भारत के संवाद संबंध 1992 में क्षेत्रीय साझेदारी की स्थापना के साथ शुरू हुए थे। ये दिसंबर 1995 में पूर्ण संवाद साझेदारी में और 2002 में शिखर स्तर की साझेदारी में परिवर्तित हुए। इन्हें 2012 में संबंधों के एक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया था।