रिपोर्ट – सज्जाद अली नायाणी
राष्ट्रपति ने क्षेत्र के जागरूक व सचेत राष्ट्रों के प्रतिरोध को कभी न बुझने वाली ज्वाला बताते हुए कहा है कि क्षेत्र के दुश्मनों को यमनियों के चेतावनीपूर्ण जवाब से पाठ लेना चाहिए और क्षेत्र में जंग की आग को बुझा देना चाहिए।
विदेश – डाॅक्टर हसन रूहानी ने बुधवार को मंत्रीमंडल की बैठक में कहा कि क्षेत्र की जनता के दुश्मन, लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन, इराक़ के स्वयं सेवी बल और सीरिया व यमन के लोगों की क्षमता को मानने के बजाए, उन पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने क्षेत्रीय जनता के दुश्मनों को संबोधित करते हुए कहा कि आरोप लगाने के बजाए, राष्ट्रों की शक्ति को मानो और जान लो कि यह काम कोई सरकार नहीं कर रही है बल्कि जनता उठ खड़ी हुई है। ईरान के राष्ट्रपति ने इसी तरह यमन की निर्दोष जनता के जनसंहार और इस देश के अस्पतालों, घरों व स्कूलों पर बमबारी की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि यमन की महान, जागरूक और सचेत जनता ने टकराव शुरू नहीं किया था बल्कि सऊदी अरब, इमारात, अमरीका, कुछ यूरोपीय देशों और ज़ायोनी शासन ने क्षेत्र में युद्ध आरंभ किया था और उन्होंने यमन को तबाह कर दिया है।
राष्ट्रपति रूहानी ने इस बात पर बल देते हुए कि ईरान, कभी भी क्षेत्र में टकराव का इच्छुक नहीं रहा है, कहा कि जिस प्रकार अपने सभी पूर्वी, पश्चिमी व उत्तरी पड़ोसियों के साथ ईरान के घनिष्ठ और दोस्ताना संबंध हैं उसी तरह वह अपने दक्षिणी पड़ोसियों के साथ भी दोस्ताना संबंधों का इच्छुक है। उन्होंने इस बात का उल्लेख करते हुए कि कई देशों के साथ ईरान के बैंकिंग संबंध, स्विफ़्ट के बिना ही जारी हैं, कहा कि तुर्की, रूस और इराक़ के साथ ईरान के व्यापारिक व आर्थिक संबंधों की स्थापना, संबंध विस्तार की अनेक समस्याओं को दूर कर देगी। राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि इस समय विश्व स्तर पर डाॅलर के ख़िलाफ़ गंभीर संघर्ष जारी है और इस प्रक्रिया के जारी रहने से संसार की मुद्रा मंडियों और बैंकिंग सिस्टमों पर अमरीका का वर्चस्व कमज़ोर पड़ कर समाप्त हो जाएगा।