पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हुए हमले की जांच कर रहे संयुक्त जांच दल (जेआईटी) ने दावा किया है कि सुनियोजित साजिश के तहत इस्लामाबाद यात्रा के दौरान पीटीआई प्रमुख खान की हत्या की कोशिश की गई थी।
तीन नवंबर को वजीराबाद में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष खान पर हमला किया गया था और उनके दाहिने पैर में गोली लगी थी। हमले के समय वह एक ट्रक पर खड़े होकर लॉन्ग मार्च को संबोधित कर रहे थे, इस दौरान हमलावरों ने उन पर फायरिंग की थी।
लाहौर के पुलिस प्रमुख गुलाम महमूद डोगर की अध्यक्षता वाली जेआईटी की रिपोर्ट के संबंध में मीडिया को जानकारी देते हुए पंजाब के गृह मंत्री उमर सरफराज चीमा ने कहा कि खान पर हमला एक सुनियोजित साजिश थी। उन्होंने कहा कि जेआईटी ने अपनी जांच में पाया कि एक से अधिक हमलावरों ने रैली के दौरान 70 वर्षीय खान की हत्या की कोशिश की।
प्रशिक्षित शूटर है हमलावर नवीद
उन्होंने कहा कि पीटीआई प्रमुख पर हमला करने वाला नवीद प्रशिक्षित शूटर है और हमले के समय वह अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मौके पर मौजूद था। उन्होंने कहा कि नवीद पॉलीग्राफ टेस्ट में भी फेल हो गया। नवीद ने पुलिस को बताया कि वह खान को मारना चाहता था क्योंकि उनके लॉन्ग मार्च के दौरान अजान के समय संगीत बजाया जाता था।
नवीद का चचेरा भाई मोहम्मद वकास भी विवादित सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर तीन जनवरी तक जेआईटी की हिरासत में है। वकास ने तीन नवंबर को ट्वीट किया था कि ‘आज इमरान खान की रैली में कुछ बड़ा होने वाला है।’
खान ने इन लोगों पर लगाया था हत्या की साजिश का आरोप
हमले के बाद खान ने अपनी हत्या की साजिश रचने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के मेजर जनरल फैसल नसीर को जिम्मेदार ठहराया था। पंजाब पुलिस ने खान पर हमले के संबंध में एफआईआर दर्ज की थी। हालांकि एफआईआर में किसी भी हाईप्रोफाइल व्यक्ति का नाम शामिल नहीं किया गया था, जिनको खान ने हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
पंजाब पुलिस ने कहा कि नवीद को घटनास्थल से गिरफ्तार किया गया था और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। नवीद ने अने कबूलनामे में कहा है कि इमरान खान के लॉन्ग मार्च के दौरान अजान के समय संगीत बजाया जाता था, इसलिए वह खान को मारना चाहता था।