रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
विदेश- विश्व समुदाय ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प द्वारा सीरियाई क्षेत्र गोलान हाइट्स पर इस्राईली क़ब्ज़े को मान्यता देने की कड़ी निंदा की है।
विश्व के कई देशों ने ट्रम्प के इस क़दम को अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का खुला उल्लंघन क़रार दिया है।
सोमवार को सबसे पहले सीरियाई सरकार ने ट्रम्प के इस फ़ैसले की निंदा की और इसे सीरियाई संप्रभुता एवं अखंडता पर घातक हमला बताया।
दमिश्क़ सरकार ने एक बयान जारी करके कहा, ट्रम्प को इस बात का कोई अधिकार नहीं है कि वह किसी दूसरे देश के छीने गए क्षेत्र पर अवैध क़ब्ज़े को मान्यता प्रदान करें।
सोमवार को इससे पहले ट्रम्प ने अवैध अधिकृत गोलान हाइट्स के इलाक़े पर इस्राईली क़ब्ज़े को मान्यता देने वाले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए थे।
ट्रम्प ने अपने इस क़दम को यह कहते हुए सही ठहराने की कोशिश की है कि 1967 के युद्ध में क़ब्ज़े में लिया गया यह इलाक़ा इस्राईल की सुरक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
इस्राईल ने सीरिया के इस इलाक़े का 1981 में अवैध अधिकृत इलाक़ों में विलय कर लिया था, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने कभी स्वीकार नहीं किया।
अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प का यह क़दम भी उनकी उन विवादास्पद नीतियों का एक भाग है, जिसकी विश्व स्तर पर कड़ी निंदा की गई है।
सोमवार को लेबनानी विदेश मंत्रालय ने ट्रम्प के इस फ़ैसले को यह कहते हुए ख़ारिज कर दिया कि ट्रम्प ने मूल अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन किया है। बेरुत ने इस्राईल को भी कड़ी चेतावनी दी है।
लेबनानी सरकार ने कहा है कि गोलान हाइट्स अरब और सीरियाई क्षेत्र है, कोई भी दावा इस वास्तविकता को बदल नहीं सकता। कोई भी देश इस इतिहास को दोबारा नहीं लिख सकता।
तुर्क राष्ट्रपति ने भी ट्रम्प के इस क़दम की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि अमरीका को अपने इस प्रयास में कभी सफलता नहीं मिलेगी।
ईरान ने भी ट्रम्प के इस फ़ैसले की निंदा करते हुए अवैध अधिकृत गोलान हाइट्स की आज़ादी पर बल दिया है।