रिपोर्ट – सज्जाद अली नायने
56 इंच की छाती की ओर बाट जोह रही जवानों के परिजन और देश की निगाहें। क्या गेंद दूसरे के पाले में डाल जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने का राजनैतिक प्रयास हो रहा है ? या अपने कर्तब्यों का निर्वाहन भी होगा ?
– रवि निगम
कश्मीर में रिमोर्ट कंट्रोल धमाके के परिणाम में सीआरपीएफ़ के 40 जवान हताहत हो गये। यह हमला जम्मू कश्मीर के पुलवामा ज़िले में हुआ।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार रिमोर्ट कंट्रोल धमाका श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महत्वपूर्ण हाईवे पर उस समय हुआ जब सैन्य गाड़ियों का कारवां वहां से गुज़र रहा था। पुलिस अधिकारी मुनीर अहमद ख़ान ने एएफ़पी को बताया कि धमाके में मारे गये सुरक्षाकर्मियों की संख्या 40 तक पहुंच चुकी है। बताया जाता है कि एक आत्मघाती हमलावर ने बारूद से भरी गाड़ी को सीआरपीएफ़ के जवानों की बस से टकरा दी। विस्फोट में कई लोग घायल हो गये। धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के टुकड़े टुकड़े उड़ गए और आस पास बिखरे क्षत-विक्षत शवों को देखा जा सकता है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट की घटना श्रीनगर जम्मू राजमार्ग पर अवंतिपुरा इलाके में हुई।
दूसरी ओर कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा ज़िले में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का सिलसिला लगातार जारी है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि हम पुलवामा में कायराना आतंकी हमले की निंदा करते हैं। पुलवामा में हुए हमले की राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ़ के कई जवानों के हताहत होने और घायल होने की सूचना है। मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।
उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हमले पर ट्वीट किया कि मैं सीआरपीएफ़ के काफिले पर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं जिसमें कई के हताहत होने की आशंका है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि मैं सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हुए कायरतापूर्ण हमले से बेहद दुखी हूं। शहीदों के परिवार वालों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।