टीआरपी अलावा चैट लीक मामले में भी लटक रही गिरफ्तारी की तलवार
नई दिल्ली: बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता ने टीआरपी स्कैम मामले में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया है रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने उसे टीआरपी के साथ छेड़छाड़ करने के बदले 12 हजार डॉलर दिए थे। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इस बात का खुलासा पार्थो ने मुंबई पुलिस के सामने लिखित बयान में किया है। पार्थो ने ये भी कहा है कि उसे टीआरपी की फिक्स रेटिंग के लिए कुल 40 लाख रूपए तीन साल में मिले।
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11 जनवरी को फ़ाइल हुई थी चार्जशीट
मुंबई पुलिस ने मामले में 3,600 पन्ने का सप्लीमेंट्री चार्जशीट बीते 11 जनवरी को कोर्ट में फाइल किया है। इसमें बार्क के फॉरेंसिक रिपोर्ट को भी पेश किया गया है। इसके अलावा मुंबई पुलिस ने दासगुप्ता और अर्नब के बीच हुई लंबी बातचीत का व्हाट्सएप चैट, और 59 लोगों का बयान भी फाइल किया गया है जिसमें केबल ऑपरेटर्स और बार्क काउंसिल के पूर्व कर्मचारी शामिल हैं।
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गिरफ्तारी की तलवार
चैट लीक मामला के सामने आने के बाद फिर से अर्नब गोस्वामी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इसको लेकर महाराष्ट्र सरकार लगातार कानून के जानकारों के साथ संपर्क में है। रविवार को राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था, ये मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है और केन्द्र सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए। देशमुख ने कहा, ‘महाराष्ट्र सरकार इस संबंध में कानूनी राय ले रही है कि क्या राज्य का गृह विभाग ऑफिसयल सीक्रेट एक्ट, 1923 के तहत इस मामले में कार्रवाई कर सकता है।’
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चैट लीक से सामने आये राज़
कुछ दिनों पहले अर्नब गोस्वामी और ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के पूर्व प्रमुख पार्थो दासगुप्ता के बीच हुई चैट लीक हो गई थी। इसे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने शेयर किया था। इस चैट के मुताबिक गोस्वामी को 2019 में हुई बालाकोट स्ट्राइक के बारे में पहले से ही जानकारी थी। भारतीय वायुसेना सेना ने 26 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादियों के एक ट्रेनिंग कैंप पर एयर स्ट्राइक की थी।