LPPठाणे (मुबंई) – ठाणे (पश्चिम) के किसन नगर नं०2 क्षेत्र के एक निजी अस्पताल “आरोग्यघन” में आज सुबह सरोज सुबोध पाण्डे नामक एक 40 वर्षीय महिला निवासी – घनश्री बिल्डिंग, रुम नं० 301, हजूरी गाँँव , सवेरा हॉटेल के पीछे वागले स्टेट ठाणे (प.) की डॉक्टरों की लापरवाही के चलते इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी, ऐसा आरोप उसके परिजन द्वारा लगाया गया है। मृतक को पोस्टमार्टम हेतु जे.जेे. अस्पताल में भेज दिया गया ।
जिसकी लिखित शिकायत श्री नगर पोलिस स्टेशन में मृतक के देवर ब्रिज मोहन दीनानाथ पाण्डे द्वारा दी गयी, के मुताबिक डॉक्टरों की घोर लापरवाही के कारण उसकी भाभी की मृत्यु हुई है, ब्रज मोहन ने बताया कि उसकी भाभी की तवियत खराब होने के कारण उसके बड़े भाई मृतक के पति सुबोध दिनानाथ पाण्डे दि. 27/7/18 को अपने फैमिली डॉ. निलेश होड के क्लीनिक में ले गये थे, मेरे बड़े भाई के कथनानुसार जहाँ उन्होंने उन्हें मलेरिया व टाईफाईड से ग्रस्त बताया और उक्त अस्पताल में उपचार कराने की सलह दी है ।
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मैं व मेरा बड़ा भाई तथा मेरी माँ सावित्री देवी दि. 1/8/18 को भाभी को लेकर उक्त अस्पताल में उपचार हेतु आये, जहाँ डॉ. सतीश मोहिते ने रिपोर्ट देखकर उन्हे स्पेशल वार्ड में एडमिट करने को कहा, जहाँ उनका उपचार शुरू हो गया, मै व मेरा बड़ा भाई भाभी को देखने आते रहते थे, और मेरी माँ उनकी देखरेख के लिये रात्रि में वहीं रुकती थीं ।
लेकिन अस्पताल के असिस्टेन्ट रात्रि के समय सो जाया करते थे जिसकी शिकायत मैंने दि. 5/8/18 को डॉ. मोहिते से की थी, जिस पर उन्होने दि. 6/8/18 को डिसचार्ज करने को कहा, लेकिन दि. 6/8/18 को सुबह 7ः 15 बजे मेरे बड़े भाई ने फोन कर बताया कि भाभी के दोनों पैरों में दर्द था, उसके बाद डॉ राहुल खेर्डे ने अपने असिस्टेन्ट से सुबह लगभग 7:00 बजे के दरम्यान उससे इन्जेक्शन दिलाया था ।
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उसके बाद से उसकी हालत खराब होती जा रही है, तुम जल्दी अस्पताल आ जाओ, खबर पाते ही मैं 7:30 बजे अस्पताल पहुँच गया, जहाँ स्पेशल वार्ड में डॉ मोहिते, डॉ खेर्डे व उनका असिस्टेन्ट उपचार करने में लगे थे लेकिन मेरी भाभी उस वक्त हिल-डुल नहीं रही थी, उसके बाद डॉ. मोहिते ने लगभग 8:15 बजे उन्हे (सरोज पाण्डे) मृत घोषित कर दिया ।
लेकिन मेरे लाख पूँछने के बावजूद डॉ. मोहिते ने ये नही बताया कि पैरों में दर्द के समय उन्हे कौन सा इंजेक्शन दिया गया था ? उस जगह की साफ सफाई क्यों की गयी ? जो कहीं न कहीं संसय उत्पन्न करता है, उक्त महिला के तीन छोटे-छोटे बच्चे अपनी माँ के साये से महरूम हो गये ।
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