,बाराबंकी
घाघरा नदी के बढते जल से तराई वासियों में भी उथल पुथल मची हुई है ग्राम कचनापुर वासियों को अपने पालतू जानवरों के लिए चारा लाने के लिए काफी दूर जाना पड़ता है क्षेत्र के दर्जनों गांव पानी से घिर चुके हैं वही कंचना पुर गांव मे लगातार कटान जारी है 11 पक्के मकान व 21 लोग झोपड़ी में निवास करने वाले अपना सामान उठा कर सुरक्षित स्थान पर चले गए है। उप जिलाधिकारी रामनगर अभय कुमार पांडे ने बताया कि उचित स्थान चिन्हित कर इन्हें बसाया जाएगा तथा स्थलीय निरीक्षण कर 151 लोगों को खाद्य राहत सामग्री व 30 लोगों को तिरपाल व पन्नी का वितरण किया गया। घाघरा नदी में बाढ़ के कारण कंचना पुर गांव में पिछले कुछ दिनों में कटान तेज़ हुई है जो भी लोग विस्थापित हो रहे हैं उनको नए सिरे से किसी अन्य गांव में आवास आवंटन की कार्रवाई कर बसाया जाएगा
बाराबंकी ———- झमाझम हो रही बरसात के चलते गाँव का ग़रीब के लिए बरसात दुष्वारियाँ पैदाकर रही है । एक ओर बरसात के कारण मजदूरी के लाले तो दूसरी तरफ़ टूटता आशियाना देख कर गरीब परेशान है ।किसी की छत ,घर ,दीवार आदि बरसात से गिर रहे है । बरियारपुर ताहिर की छत ,तहदिल की दीवार बरसात से गिर गई । वही करीब दोपहर 1 बजे आगानपुर पुरवां गांव में गोविन्द पुत्र शिववशंकर की दीवार गिरने से दीवार के नीचे रोली पुत्री अशोक कुमार 19 वर्ष व लीला वती पुत्र सुन्दर लाल 30 वर्ष दीवार के नीचे दब कर घायल हो गये। ग्रामीणों ने बताया कि रोली कपड़े धो रही थी और लीला वती बैठी बात कर रही थी ।तभी अचानक दीवार गिर गई ।जिसमे दोनों घायल हो गये। घायलो को ग्रामीणों ने मलबे से बाहर निकल कर सी एच सी रामनगर पहुचाया ।जहां डॉक्टरों ने प्रथम उपचार के बाद दो नो को जिला चिकित्सालय भेज दिया ।