रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प को संबोधित करते हुए कहा है कि एक ऐसे देश के राष्ट्रपति को 150 लोगों की जान की चिंता हुई, जिसने न केवल लाखों लोगों को बल्कि कई नस्लों को परमाणु बम मारकर नष्ट कर दिया।
विदेश – ईरानी विदेश मंत्री का इशारा ट्रम्प के उस बयान की ओर था, जिसमें उन्होंने ईरान द्वारा अमरीकी ड्रोन को मार गिराने के बाद जवाबी हवाई हमलों का आदेश देने और हमले से ठीक 10 मिनट पहले उस आदेश को वापस लेने का दावा किया था।
ट्रम्प का कहना है कि मैंने अमरीकी सेना की सेंट्रल कमांड को ईरान में 3 लक्ष्यों पर हमला करने का आदेश दे दिया था, लेकिन अंतिम समय में मैंने अमरीकी जनरलों से पूछा कि इस हमले में कितने ईरानियों की जान सकती है, तो उन्होंने कहा, लगभग 150 ईरानी इस हमले में मारे जा सकते हैं।
ट्रम्प का कहना था कि एक आधुनिक ड्रोन के बदले में 150 लोगों की जान लेना कुछ मुनासिब नहीं है, इसलिए मैंने हमले का आदेश वापस ले लिया।
ट्रम्प के इस दावे पर कटाक्ष करते हुए ज़रीफ़ ने कहा है कि अमरीकी राष्ट्रपति हमारे 150 लोगों की जान की चिंता कर रहे हैं, जबकि उनसे पूछना चाहिए कि अमरीका ने परमाणु हमलों में कितने लोगों की जान ली है।